
जिला शहडोल के ब्यौहारी वार्ड क्रमांक 5 में रहने वाले आदिवासी परिवारो को कुछ भू माफियाओं के चलते गरीब बूढ़े बच्चे बुजुर्ग सहित पूरे(50-60) परिवार को घर से निकाल दिया गया है । पूरे मामले की कवरेज करने पहुंची संवाददाता टीम को आदिवासियों ने बताया कि हम इस जगह पर सौ डेढ़ सौ सालों से रह रहे हैं पर हमें जबरन घर से निकाल दिया गया और 8 दिनों से हम पेड़ों के नीचे रह रहे हैं और हमारी सुनने वाला कोई नहीं।आपको बता दें कि इतना ही नहीं जब इनके द्वारा आवाज उठाई गई तो इनके परिवार के दो सदस्यों को जेल भी भेजने की बात कही गई कहां गई, हम पूछना चाहते हैं कि 14 नवंबर को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणा का क्या हुआ जिसमें उन्होंने किसी को बेघर ना करने की बात कही थी। लेकिन उन्हीं के शासनकाल में 8 दिनों से 40 से 50 गरीब आदिवासी परिवार वालों को अपने खुद के घर से बेघर किया गया एवं 8 दिनों से रोड के किनारे पेड़ों पर रहने के लिए मजबूर है।