Follow Us

सफलता की कहानी नवीन तकनीकि अपनाकर कृषक सत्यपाल ने की काबुली चने की खेती

संवाददाता अनिल दिनेशवर

प्रति एकड़ 85 हजार रूपये लाभ होने की सम्भावना

कृषि विभाग के प्रयासों से जिले के किसान परम्परागत खेती के साथ ही आधुनिक तकनीकों को अपनाकर सब्जी एवं हाईब्रिड अधिक उत्पादन देने वाली फसलों का उत्पादन कर अधिक आय अर्जित कर रहे हैं। ऐसा ही उदाहरण सिवनी विकासखण्ड के ग्राम लखनवाड़ा निवासी कृषक श्री सत्‍यपाल बघेल ने पेश किया है। श्री बघेल ने अपनी 4.5 एकड़ भूमि में से लगभग 2.5 एकड़ रकबे में काबुली चने की खेती कृषि विभाग के मार्गदर्शन में उन्‍नत तरीके से की है। उन्होंनें सबसे पहले बेड मेकर से 5 फिट चौडी बेड बनायी गयी तथा बेड के ऊपर उन्‍नत कृषि यंत्र न्‍यूमेटिक प्‍लान्‍टर से 2 कतार में बोनी की गयी। कृषक द्वारा कतार से कतार की दूरी 1.5 फिट रखी गयी है।

कृषक श्री सत्‍यपाल बताते है कि न्‍यूमेटिक प्‍लान्‍टर से 2.5 एकड़ में काबुली चने का 50 कि.ग्रा. बीज लगाया गया। नवीन कृषि पध्दति के उपयोग उपरांत कृषि वैज्ञानिक एवं कृषि विभाग के अधिकारियों ने किसान की लागत लाभ अनुपात का आंकलन किया तो पाया कि प्रति एकड़ किसान को 13 से 14 क्विंटल चने का उत्‍पादन प्राप्‍त होगा। जिससे कृषक को लगभग 96000 रूपये की आमदनी एक एकड़ से प्राप्‍त होगी। जिसमें से सभी प्रकार की लागत जैसे जमीन की जुताई से फसल की गहाई तक को कम कर दिया जाये तो भी कृषक को प्रति एकड़ 85000 रूपये की शुद्ध आमदनी प्राप्‍त होगी। जिससे कृषक श्री सत्यपाल अति उत्साही हैं, वह कृषि विभाग से मिल रहे सतत मार्गदर्शन के लिए विभागीय अधिकारियों एवं शासन का धन्यवाद ज्ञापित करता है।

Leave a Comment