छतरपुर। जिले में रेत का ठेका लेने वाली पुष्पा इंटरप्राइजेज कंपनी द्वारा रेत उत्खनन करने के लिए टेंडर के जरिए 48 रेत उत्खनन करने के लिए शासन से स्वीकृति ली थी औरस्वीकृत खदानों की अनुमानित रेत की मात्रा भी निर्धारित थी। पुष्पा इंटरप्राइजेज के द्वारा रेत का ठेका लेने के बाद प्रतिदिन 500 से 800 गाडिय़ा निकाली जाती रहीं और भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष बीडी शर्मा और क्षेत्रीय विधायक राजेश प्रजापति के दबाव के कारण शासन द्वारा इस कंपनी पर कोई कार्यवाही नहीं की। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष को प्रति गाड़ी बतौर राशि दी जाती थी 2000 रुपए प्रति गाड़ी राजस्व विभाग के अधिकारियों को मिलते थे एक हजार रुपए प्रति गाड़ी पुलिस विभाग को मिलते थे, इसके अलावा पुष्पा इंटरप्राइजेज के द्वारा जिले के कुछ पत्रकारों को भी प्रतिमाह खबर न छापने के एवज में राशि दी जाती थी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुष्पा इंटरप्राइजेज के ऑफिस में छापामार कार्यवाही कर जिले के कमीशन लेने वाले अधिकारियों की सूची मिल जाएगी किस नेता को, किस अधिकारी को महीने में कितती कमीशन की राशि दी जाती हेै। प्रत्येक गाड़ी पर लगभग 20 से 25 हजार रुपए की बचत होती है और पुष्पा इंटरप्राइजेज के द्वारा लगातार अवैध उत्खनन कर अधिकारियों और नेताओं को चांदी काा जूता मारकर लगातार उत्खनन एवं ओवर लोडिग़ परिवहन करा रही है। केन नदी और उसके आसपास 500 से ज्यादा पोपलेन मशीन इस अवैध रेत के परिवहन में काम कर रही हें। यही नहीं क्षेत्र के निजी भूमि के खेतों से भी रेत निकाली जा रही है और खेत मालिकों को भी इसके एवज में रकम दी जा रही है। कुल मिलाकर शासन को और नेताओं को अवैध रेत उत्खनन के मुनाफे से राशि का बंदर बांट किया जा रहा है। भले ही प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस संबंध में कुछ बोले न बोले परंतु लवकुशनगर की जनता अब खुलकर बोलने पर उतारू है।
जितेन्द्र निगम व्यूरो इन्डियन टीवी न्यूज़ जिला छतरपुर✍️