शास्त्री जी के प्रवचनों के साथ गीता जयंती महोत्सव मनाया गया।
खंडवा। श्रीमद् भागवत गीता किसी एक व्यक्ति, परिवार, समाज, देश या धर्म का ग्रंथ नहीं है, बल्कि यह तो संपूर्ण मानव के उत्थान का ग्रंथ है । इसे किसी सीमा में नहीं बांधा जा सकता । विश्व की सबसे बड़ी मोटिवेशनल बुक अगर कोई है तो वो श्रीमदभगवत गीता है, मानव मात्र को कुंठा से मुक्त करने का, विषाद मुक्त करने का साधन गीता है । स्वतंत्रता मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है, यह मंत्र लोकमान्य तिलक ने भागवत गीता से ही प्रेरणा लेकर इस देश को दिया और यह राष्ट्र हमें स्वतंत्र रूप में प्राप्त हुआ । अपने मनोविकारों पर आरोपित अन्यथा रूपों को छोड़कर अपने मूल रूप में आ जाना ही मुक्ति है । ईश्वरत्व हमारा मूल स्वरूप है और आनंद ही हमारी मूल स्थिति है, मुक्ति की प्राप्ति ही मानव का मूल अधिकार है । रोग तो केवल शारीरिक होते हैं यह आत्मा के नहीं होते हैं । हम अपमान से आहत न हो और सम्मान से विचलित ना हो तो परमानंद की स्थिति को प्राप्त कर लेंगे । धर्म को जानते हुए भी धर्म को नहीं सीखना, सीखाना यह पाप है । स्वार्थ कभी किसी का सगा नहीं होता है । जो हिंदू होता है वह दुष्टता, दुर्विचार, धृष्टता को समाप्त कर सबके जीवन में सार्थकता लाता है, यही हिंदू का मूल गुण है । जीतना नहीं लड़ना जरूरी है केवल जीत की ईच्छा रखना ही कुंठित करती है । जीवन में सच को स्वीकार कर लेना ही सबसे बड़ी बात है, सत्य जानने के बाद भी उसके विपरीत कृत्य करना ही कुमति है । जो स्वयं के लिए ही सोचता है वहीं राक्षस है, दैत्य हैं । विजय प्राप्ति के लिए स्वयं पर विश्वास होना आवश्यक है। हमारा कर्म हम करते रहे लेकिन परिणाम समय पर छोड़ दें यही सुमति है । उपरोक्त उद्बोधन देते हुए गीता जयंती के अवसर पर बड़ौदा से पूर्व निमाड़ सामाजिक सांस्कृतिक सेवा समिति के कार्यक्रम में पधारे वेदांताचार्य गिरिराज शास्त्री ने व्यक्त किये । समाजसेवी सुनील जैन ने बताया कि प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी गीता जयंती पर गीता महोत्सव आयोजित हुआ जिसमें बड़ी संख्या में उपस्थित नगर जनो के बीच कार्यक्रम सरस्वती शिशु मंदिर कल्यानगंज में संपन्न हुआ । कार्यक्रम में स्वागत उद्बोधन समिति अध्यक्ष आशीष चटकेले ने प्रदान किया, राम जन्मभूमि मंदिर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए प्रस्तावना उद्बोधन श्रीमती शोभा तोमर ने दिया । वेदांताचार्य शास्त्री जी का स्वागत समिति के भूपेन्द्र सिंह चौहान, अरुण बाहेती, पंकज शाह, वरुण अग्रवाल , सुनील जैन द्वारा किया गया ,कार्यक्रम में विधायक कंचन तनवे, महापौर अमृता यादव, रामचंद्र मौर्य, पंडित उमेश डोरवाल, मुकेश तनवे, रणवीर सिंह चावला, रितेश चौहान, मंगलेश तोमर, नागेश वालंजकर, त्रिलोक पटेल, सुनील जैन, भावेश बिल्लोरे, आशीष अग्रवाल, आशीष कपूर, अमित पालीवाल, योगेश गोयल, मोहित निगम, सौरभ राठौर, मनोज यादव, सुनील बंसल, शिशिर अग्रवाल, ओम अग्रवाल, शारदा तांदले, विजय राठी, अनिल गुहा, घनश्याम शाह, धर्मेंद्र बजाज, बलदेव मौर्य, चेतना शर्मा, नैना चौहान, रिया चौहान, अंजली कानूनगो, चंद्रेश पचौरी, कीर्ति अग्रवाल, आस्था चौहान, शालिनी अग्रवाल, प्रतिमा अरोरा, सरिता महोदय, भावना बिल्लोरे, प्राची शर्मा, पिंकी शर्मा, जयश्री ठाकुर, प्रतिभा शाह, वासुदेव पंवार, देवेंद्र जोशी, रक्षा प्रजापति, रीना गुप्ता, अंतिम बाहेती सहित बड़ी संख्या में नगरजन उपस्थित रहें । कार्यक्रम का संचालन प्रदीप कानूगो ने किया, आभार भूपेन्द्र सिंह चौहान ने माना।