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सोनभद्र जिले की लाइफ लाइन कहीं जाने वाली खनन क्षेत्र में भारी भ्रष्टाचार का बोलबाला देखने को मिल रहा है

मंडल ब्यूरो चीफ चंद्रजीत सिंह उत्तर प्रदेश

सोनभद्र जिले की लाइफ लाइन कहीं जाने वाली खनन क्षेत्र में भारी भ्रष्टाचार का बोलबाला देखने को मिल रहा है। जिससे खननकर्ता अकूट काला धन का वारा न्यारा कर बड़े पैमाने पर राज्य सरकार को राजस्व का बड़ा चपत लगा रहे है। ऐसा नहीं है कि संबंधित विभाग या अधिकारी को इसकी भनक नहीं है। सूत्र बताते है खनन क्षेत्र में लाख शिकायत के बाद भी कार्रवाई न होने का सीधा सा मतलब है नजराने के तौर पर चढ़ावा का प्रसाद मिल जाना। इस वजह से अधिकारी मौन बने रहते हैं। लेकिन अब अवैध खनन को लेकर पहल तेज़ हो गई है। शिकायतकर्ता बिल्ली रहवासी नित्यानंद दुबे ने अवैध खनन को लेकर मोर्चा खोल दिया है। नित्यानंद दुबे ने अपनी शिकायती पत्र में अवैध खनन में लिप्त महादेव इंटरप्राइजेज के खिलाफ ज्येष्ठ खान अधिकारी सोनभद्र को जांच कर उचित कार्रवाई करने की गुहार लगाई है। शिकायती पत्र में बिल्ली मारकुंडी में अर्जी संख्या 4949 ख रकबा 13.1660 हेक्टेयर में से 5.880 हैकटेयर पर दिनांक 15 दिसम्बर 2022 से 14 दिसम्बर 2032 तक महादेव इंटरप्राइजेज प्रोपराइटर अरुण कुमार सिंह पुत्र कृपा शंकर यादव निवासी 10/40 मिल्लतनगर, थाना ओबरा, जनपद सोनभद्र को 10 वर्षीय खनन पट्टा स्वीकृत किया गया है। जिसमें प्रतिवर्ष स्वीकृत खनन पट्टा में 188160 घनमीटर पत्थर खनन व परिवहन का विभाग द्वारा परमिशन किया गया है। जिसमें एक दिन में औसतन 515 लगभग बोल्डर का खनन व परिवहन किया जाना चाहिए। लेकिन खनन पट्टाधारक द्वारा निर्धारित घनमीटर के कई गुना अधिक खनन व परिवहन किया जा रहा है। जिससे राजस्व की अपूर्णनीय क्षति हो रही है। शिकायतकर्ता ने निवेदन करते हुए स्वीकृत खनन पट्टा में किये जा रहे खनन की जांच करने की संबंधित अधिकारियों से गुहार लगाई है।

नित्यानंद दुबे ने बताया कि राजस्व की खुलेआम चोरी की जा रही है बिल्ली मारकुंडी की आरती संख्या 4949 ख 5.88 हैकटेयर में महादेव इंटरप्राइजेज को 15 दिसंबर 2022 से 14 दिसंबर 2032 तक के लिए पट्टा स्वीकृत किया गया खनन और परिवहन का जो निर्धारित मानक है उससे कई गुना अधिक खनन व परिवहन किया जा रहा है, जिससे राजस्व की बड़ी क्षति हो रही है। पोस्ट द्वारा शिकायतकर्ता नित्यानंद दुबे ने जिलाधिकारी सोनभद्र, अपर जिला अधिकारी वित्त एवं राजस्व सोनभद्र यूपी, उप जिला अधिकारी ओबरा को महादेव इंटरप्राइजेज खनन पट्टा पर जांच कर कार्रवाई की मांग की है। सूत्र बताते है कि बिल्ली मारकुंडी खनन क्षेत्र में अवैध खनन का बहुत बड़ा खेल बीजेपी राज्य में चल रहा है। इसके पूर्व में भी अवैध खनन का मामला सामने आता था तो संबंधितों पर कार्रवाई सुनिश्चित थी। लेकिन जब से बीजेपी की सरकार बनी है तब से खनन क्षेत्र में अवैध खनन का बोलबाला सर चढ़कर बोल रहा है। खनन क्षेत्र से संबंधित लोगों की माने तो बोल्डर से लेकर परमिट में हेराफेरी कर अकूट संपत्ति अर्जित करने वाले सिंडिकेट का ही क्षेत्र में बोलबाला चल रहा। सिंडिकेट में सबकी अलग-अलग जिम्मेदारी होती है। कोई लखनऊ तो कोई जिले के आलाधिकारियों से लगातार लाइजनिंग करता है। तो कोई लोकल स्तर पर अपनी पैठ बनाकर खनन से संबंधितों से अवैध खनन के कार्यों को अंजाम देने में लगा है। महादेव इंटरप्राइजेज के सिंडीकेट में सत्ता पक्ष व गठबंधन के साथ विपक्ष के राजनीतिक पार्टी से संबंधित व्यवसायी शामिल है। सूत्र बताते है कि कुछ अधिकारियों का पैसा अप्रत्यक्ष रूप से सिंडिकेट में लगा हुआ है। जिस वजह से भी कार्रवाई नहीं हो पाती। कुछ दिन पूर्व में जब अपर मुख्य सचिव पर्यावरण वन मनोज सिंह जलवायु परिवर्तन विभाग का जिला में दौरा था तो सभी खनन कार्य बंद थे। अगर मानक के अनुरूप हमेशा कार्य होते तो जलवायु परिवर्तन विभाग के सचिव के दौरे के दौरान भी कार्य बदस्तूर जारी रहता। हालांकि चोरी ऊपर से सीना जोड़ी वाली कहावत के विपरीत खननकर्ताओं ने खनन को बंद रख जिले के अधिकारियों को बड़ी समस्या से बचा लिया। अब देखने वाली बात होगी कि शिकायतकर्ता के शिकायती पत्र पर कितना अमल होता है और संबंधित खिलाफ क्या कार्रवाई होती है।

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