
खोखा बालू साइड की आड़ में चल रहा नदी पार बोधाडीह में अबैध बालू खनन
सोनभद्र समाचार ब्यूरोचीफ नन्दगोपाल पाण्डेय
अवैध खनन बोधाडीह गांव (थाना – विंढमगंज) से टिपर के माध्यम से बिना परमिट कोन थाना के रास्ते बेखौफ जारी।
जनपद सोनभद्र में बालू/मोरंग लीज की सूची में बोधाडीह का कोई जिक्र नही।
दुद्धी तहसील में लीज एरिया खोखा गाँव के नाम पास है तो खनन नदी उस पार बोधाडीह किसके इसारे पर ।
डाला/सोनभद्र – जनपद में अवैध बालू खनन की चार्चाओ में एक ऐसा स्थान जहाँ कोई लीज पास शासन द्वारा नही है। और धड़ल्ले से नदी की तलहटी में बेखौफ खनन माफिया पैर पसारे हुए है। जंगल होने के नाते यह अनुमान लगाया जा रहा है की बिभाग को छोड़ कोई जानता तक नही है। जिसको लेकर खनन व्यवसायी दिनदहाड़े अवैध खनन को अंजाम दे रहे है। ऐसे में खनन कटने वालों के साथ प्रशासन व वन विभाग नजरें चुरा रही है।
बताते चलें कि जनपद सोनभद्र के दुद्धी तहसील अंतर्गत हाथीनाला थाना क्षेत्र में खोखा ग्राम में मंगल स्टोन क्रशर प्राइवेट लि०, पता-ई-1. जीआर विला, कृष्णा कुंज, भगवानपुर रायगढ़, द्वारा- श्री महेश कुमार गर्ग पुत्र श्री सुभाष गर्ग निवासी- कृष्ण कुंज कालोनी, भगवानपुर, गोरखा रायगढ़ तहसील व जनपद रायगढ़ (छत्तीसगढ़) के नाम आराजी स0 1, रकवा 11.336 हे0 नियमानुसार पास हुआ है। जिसमे खनन जारी है वही नदी के दूसरे तरह बड़ी-बड़ी पोकलेन मशीनों से बोधाडीह गांव में खोखा बालू साइड के नाम अवैध खनन धड़ल्ले से जारी है। जबकि लीज का क्षेत्रफल लगभग 48 बिघे का है और खनन देखा जाय तो मौके पर 300 बीघे से ज्यादा परिक्षेत्र में हो रहा है।
जंगल का फायदा उठा रहे खनन माफिया
वन रेंज रेनुकूट व वन रेंज कोन के क्षत्रों में अबैध खनन में वन विभाग की संलिप्तता अपना दामन फैला चुकी हैं । वही क्षेत्र में यदि किसी भूमिहीन का जोत कोड मिल जाय या कोई बिना बताए ट्रैक्टर बालू लेकर मिल जाय तो सारा जोर बन विभाग द्वारा उसी को चालान करने में कगम दिया जाता है। परन्तु वही जब मोटी रकम को पचाने की बात सामने हो तो अवैध बालू खनन दिखाई नही दे रहा । इस संबंध में उच्च स्तरीय जांच अति आवश्यक है