
रिपोर्टर सुरेन्द्र सिंह बडेर अलवर (इंडियन टीवी न्यूज़)
अलवर में भी है सूरजपाल बाबा का आश्रम, जीता था लग्जरी लाइफ और हमेशा साथ रहती थी कुंवारी लड़कियां।
अलवर। खैडली सहजपुर गांव में स्थित यह आश्रम 10 साल पहले ग्रामीणों ने ही बनवाया था. हालांकि इस आश्रम में वह साल 2020 में आखिरी बार आए थे. उस समय उनको कोरोना हुआ था और यहां रहकर उन्होंने कोरोना का इलाज लिया था. उसके बाद वो खेड़ली या अलवर नहीं आए. जिन कमरों में सूरजपाल रुकते हैं, वहां एसी लगे हुए हैं और डबल बेड-सोफा जैसी सुविधाएं हैं. सूरजपाल को नहलाने, खाना-खिलाने व कार्यों के लिए हमेशा उनके आसपास लड़कियां रहती थी. सूरजपाल के आसपास पुरुषों को रहने की अनुमति नहीं थी!
लोगों ने बताया कि करीब डेढ़ बीघा क्षेत्र में आश्रम बना हुआ है. आश्रम में जिस जगह पर सूरजपाल बैठते थे. उसे सोफे की सुबह शाम आरती होती थी. वो हमेशा सफेद कपड़े सूट व सफेद जूते पहनते हैं. उनसे मिलने एवं उनकी एक झलक पाने के लिए हजारों की संख्या में लोग रात दिन सड़कों पर बैठे रहते थे हाथरस में सत्संग आयोजन के दौरान मची भगदड़ के बाद से सूरजापल उर्फ बाबा चर्चा में हैं. हाथरस वाले इस बाबा की लाइफस्टाइल को लेकर अब ऐसे राज खुल रहे हैं कि जिसे जानकर हर कोई हैरान है।