*आओ हम सब मिलकर खूब पौधे लगाएं,कोई भी खाली जगह दिखे वहां भी लगाएं..*
मानसून का आगमन हो चुका हैं और हर तरफ नजारों के खुशनुमा होने की उम्मीद की जाती है, कुदरती लिहाज से देखें तो हरियाली मन मोह रही है और यही मौका है जब हम मिलकर खूब पौधे लगाएं,क्योंकि बरसात के पानी में पौधे आसानी से बड़े होकर वृक्ष का रूप धारण कर लेते हैं और फिर कई साल ये मानव समाज को फायदा पहुंचाते रहेंगे। साथ ही पर्यावरण को प्रदूषित होने से रोककर हमें स्वस्थ और लंबा जीवन प्रदान करेंगे। यों भी हमारी संस्कृति में पेड़-पौधों का काफी महत्व है,दुनिया भर में आबोहवा की जो हालत होती जा रही है,उसमें यथासंभव पौधों को लगाकर ही जीवन की उम्मीद की जा सकेगी। वृक्षों की देखभाल करनी होगी, क्योंकि ये प्रकृति के सर्वोत्तम उपहारों में से एक है। रिपोर्ट रमेश सैनी सहारनपुर