नरेश सोनी हजारीबाग संवाददाता
एन्टी नोरकोटिक्स टास्क फोर्स की बड़ी कामयाबी ।
हजारीबाग में करोड़ों की ब्राउन शुगर बरामद, 6 गिरफ्तार दिनांक 14.07.24 को एन्टी नोरकोटिक्स टास्क फोर्स, जिला बाराबंकी, उत्तर प्रदेश की टीम कोर्रा थाना, हजारीबाग में पहुंची। उन्हें गुप्तचरों से सूचना मिली थी कि हजारीबाग शहर के आसपास NH 33 पर ब्राउन शुगर/स्वापक का कुछ अज्ञात लोगों द्वारा क्रय-विक्रय/तस्करी की जा रही है। यह जानकारी विश्वसनीय मानी गई और समय पर कार्रवाई करने से अवैध मादक पदार्थ ब्राउन शुगर की बरामदगी और इसमें शामिल गिरोह के सदस्यों को पकड़ा जा सकता था।
इस सूचना के आधार पर पुलिस अधीक्षक, हजारीबाग ने अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सदर, हजारीबाग के नेतृत्व में एक छापेमारी दल का गठन किया। इस दल में एन्टी नोरकोटिक्स टास्क फोर्स, जिला बाराबंकी, उत्तर प्रदेश की टीम भी शामिल रही। छापेमारी दल ने नगवां स्थित लक्ष्मी लाईन होटल के समीप गुप्त रूप से निगरानी शुरू की।
छापेमारी की सफलता
निगरानी के दौरान छापेमार दल ने ब्राउन शुगर की खरीद बिक्री/तस्करी करने आए कुल 06 अभियुक्तों को पकड़ लिया। इन व्यक्तियों के पास से कुल 4.080 किलोग्राम नशीली मादक पदार्थ ब्राउन शुगर, एक स्वीफ्ट कार, 02 मोटरसाईकिल, और मोबाइल बरामद किए गए। गिरफ्तार व्यक्तियों ने बताया कि वे एकांत जंगल में ब्राउन शुगर बनाते हैं और ऊँचे दामों में बिक्री करते हैं। उन्होंने यह भी खुलासा किया कि वे पत्थलगड़ा से अफीम की खरीदारी कर अन्य पूरक पदार्थों की खरीद बिक्री कर ब्राउन शुगर बनाते थे। जप्त 4.080 किलोग्राम ब्राउन शुगर की अंतर्राष्ट्रीय कीमत करोड़ों रूपए में आंकी गई है।
*गिरफ्तारी और कानूनी कार्रवाई*
बरामद ब्राउन शुगर और अन्य सामान को विधिवत जप्त करते हुए कुल 06 व्यक्तियों को गिरफ्तार कर कोर्रा थाना काण्ड संख्या 120/24 दिनांक 14.07.24 धारा 21 (b)/21(c)/ 22(b)/22(c)/29 NDPS ACT के तहत दर्ज कर सभी व्यक्तियों को न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है।
बरामद सामग्रीः
1. ब्राउन शुगर: 4.080 kg (04 किलो 80 ग्राम) 2. स्वीफ्ट कार: JH01 AA 9194 3. होण्डा साईन मोटरसाईकिल: JH13D0868 4. हिरो स्पैलन्डर प्लस मोटरसाईकिल: JH24E 5918 5. एण्ड्रायड मोबाइल: 05
6. कि-पैड मोबाइल: 01 , समुदाय में सन्देश
इस बड़ी कामयाबी से हजारीबाग और आसपास के क्षेत्रों में अवैध मादक पदार्थ तस्करी के खिलाफ एक सख्त संदेश गया है। एन्टी नोरकोटिक्स टास्क फोर्स और हजारीबाग पुलिस के संयुक्त प्रयास ने यह साबित किया है कि वे मादक पदार्थों के खिलाफ संघर्ष में पूरी तरह से सक्षम और तैयार हैं। इस प्रकार की कार्रवाई से न केवल अपराधियों को कानून का सख्त चेहरा दिखाया गया है, बल्कि समाज में सुरक्षा और कानून-व्यवस्था की भावना भी मजबूत हुई है।