पुरनपुर पत्रकारों के सम्मान में जनपद खीरी के ऐप्जा संगठन ने भरी हुंकार
*ऐप्जा प्रदेश कोऑर्डिनेटर अनुराग सारथी के नेतृत्व में कई जिलों से पहुंचे पत्रकारों ने किया पूरनपुर कोतवाली का घेराव*
*बड़ी संख्या में पत्रकारों की मौजूदगी से पुलिस के हौंसले पस्त, रिपोर्ट दर्ज होने के बाद घेराव समाप्त*
लखीमपुर खीरी। पूरनपुर (पीलीभीत) के एक पत्रकार के साथ खबर प्रकाशन को लेकर उसके साथ फोन पर बदजुबानी व जान से मारने की धमकी का पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया था। जिसके बाद ऐप्जा के प्रदेश कोआर्डिनेटर अनुराग एम. सारथी के नेतृत्व में बुधवार को कोतवाली का घेराव किया गया। जिसके बाद बैकफुट पर आई कोतवाली पूरनपुर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया।
जानकारी के अनुसार पडोसी जनपद पीलीभीत की तहसील व कोतवाली पुरनपुर के एक दैनिक समाचार पत्र के पत्रकार ने फर्जी तरीके से पुलिस के संरक्षण में आधार कार्ड बनाने का गोरखधंधा संचालित करने का समाचार प्रकाशित किया था। जिसका खुलासा करने के बाद कुछ दबंगों ने पुलिस की शह पर फोन से पत्रकार को भद्दी-भद्दी गालियां व जान से मारने की धमकी दी थी। जिसके आडियो सहित अन्य साक्ष्य पत्रकार के पास मौजूद थे। इसके बावजूद कोतवाल राजीव शर्मा एक सप्ताह से बराबर पीड़ित पत्रकार को दौडा कर परेशान कर रहे थे। सूचना पाकर लखनऊ से ऐप्जा के कोऑर्डिनेटर अनुराग सारथी ने कोतवाली का घेराव करने का निर्णय लिया। इसके उपरांत श्री सारथी के नेतृत्व में बुधवार की सुबह कई जनपदों से सैकड़ो पत्रकार पुरनपुर के एक गेस्ट हाउस में हुजूम उमड पड़ा और गेस्ट हाउस से श्री सारथी के नेतृत्व में सैकड़ों पत्रकारों ने अपना विरोध दर्ज कराते हुए पूरनपुर कोतवाली का घेराव कर दिया। जहां भारी संख्या में उपस्थित ऐप्जा चीफ कोऑर्डिनेटर अनुराग सारथी ने कहा कि ऐप्जा संगठन पत्रकारों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं कर सकता है। पूरनपुर कोतवाल भ्रष्टाचार में लिप्त है, इसके इशारे पर ही पत्रकार के साथ बदजुबानी कर जान से मारने की धमकी दी गई है। पुलिस का आरोपियों से मिलने का यह प्रमाण है कि पांच दिन से पत्रकार को रिपोर्ट दर्ज करने के लिए कोतवाली बुलाया जाता है और बाद में खाली लौटा दिया जाता है। इसलिए कोतवाली का घेराव करने व धरना प्रदर्शन करने का ऐलान करते हुए ऐसा किया गया गया है।
आलम यह रहा कि जब श्री सारथी के आह्वान पर भारी संख्या में उपस्थित पत्रकार सडकों पर उतरकर नारेबाजी कर प्रदर्शन करते हुए कोतवाली जा पहुंचे और चेतावनी दी कि पुलिस ने पत्रकार का मुकदमा दर्ज कर उसकी तत्काल कॉपी उपलब्ध कराने में आनाकानी की तो हाइवे पर चक्का जाम होगा। इस चेतावनी के बाद तत्काल कोतवाल ने मातहत पुलिस को बुलाकर रिपोर्ट दर्ज कराई और आफिस से बाहर आकर ऐप्जा चीफ कोआर्डिनेटर अनुराग सारथी को रिपोर्ट दर्ज होने की कापी देकर विपक्षियों पर कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिया तब जाकर धरना-प्रदर्शन व कोतवाली का घेराव समाप्त करने का ऐलान कर आंदोलन स्थगित किया गया।
ऐप्जा चीफ को-आर्डिनेटर अनुराग सारथी के नेतृत्व में हुए कोतवाली के घेराव में जनपद लखीमपुर खीरी से जोनल कोआर्डिनेटर मुकेश पांडेय, ऐप्जा जिला संरक्षक रविसुत शुक्ला, होतीलाल रस्तोगी, जिलाध्यक्ष संदीप शुक्ला, जिला प्रभारी सैय्यद मुशीर, जिला उपाध्यक्ष शेर अली खान, जिला संगठन मंत्री डीपी आर्या, पंकज मिश्रा, राजेश वर्मा, अरविंद जायसवाल, आदित्य मिश्रा, पूर्णानन्द बाजपेई, कृष्णमोहन मिश्रा, हरिओम श्रीवास्तव, नरेंद्र भारद्वाज, विपिन मिश्रा, मतीन अहमद सहित जनपद लखीमपुर खीरी, पीलीभीत के सैकड़ों पत्रकार व लोकसारथी बोर्ड के सदस्य मौजूद रहे।
लखीमपुर खीरी
योगेश कुमार गुप्ता