
सफलता की कहानी खुशियों की दास्तां
प्रधानमंत्री आवास योजना से श्रीमती ममता बाई सेहरिया को मिला पक्का आवास
पक्का आवास प्रत्येक व्यक्ति का सुनहरा सपना होता है क्योंकि पक्के आवास में जहां सफलता निवास करती है, वहीं समाज में जीवन यापन का स्तर भी बढ़ता है। एक साफ-सुथरा और सुरक्षित मकान हो तो यह पूरी क्षमता एवं सम्मान के साथ अपना जीवन व्यतीत कर सकता है। इसी क्रम में श्रीमती ममता बाई सेहरिया पत्नि इमरतलाल सेहरिया निवासी ग्राम सेमरखेडा ग्राम पंचायत डिमरयाई का नाम भी शामिल है।
जनपद पंचायत आरोन के अंतर्गत ग्राम सेमरखेड़ा निवासी श्रीमती ममता बाई सेहरिया जो ग्रामीण क्षेत्र में मजदूरी करके अपने जीवन का भरण पोषण करती है। पक्के आवास का ख्याल कभी उसके मन में झूठे से आ भी जाता तो इतनी बढ़ी कीमत के बारे में सोचकर धराशाही हो जाता। अपनी मजदूरी से कमाया गये पैसे से वह अपने जीवन बसर के अतिरिक्त अन्य खर्च बमुश्किल वहन होता था।
शायद किसी ने सही कहा कि किस्मत बदलते देर नहीं लगती। जी हां प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महाअभियान के तहत विशेष पिछड़ी जनजाति समूह (PVTG) के अंतर्गत सर्वे सूची के आधार पर तैयार पात्रता सूची में नाम होने एवं पात्रता की शर्तों के अनुरूप होने से श्रीमती ममता बाई सेहरिया को प्रधानमंत्री जनमन आवास स्वीकृत किया गया। जब हितग्राही को आवास स्वीकृति की जानकारी लगी तो हितग्राही श्रीमति ममता बाई सेहरिया एवं उसके परिवार का खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा। हितग्राही द्वारा अपने आवास स्वीकृति की सूचना अपने रिश्तेदारों को बड़े ही हर्षोल्लास के साथ दी तथा अगले दिन हितग्राही एवं उसके परिवार के सदस्यों द्वारा स्वयं आवास निर्माण के कार्य के लिए गढ्ढे खोदने का कार्य प्रारंभ कर दिया।
समय-सीमा में पूर्ण कराने की जिम्मेदारी लिये जनपद स्तर के तकनीकी अमला, ग्राम पंचायत में पदस्थ सचिव, सीईओ एवं विकासखंड समन्वयक जनपद पंचायत आरोन के सतत निगरानी एवं मॉनिटरिंग से आवास बनकर तैयार हुआ। प्रथम किस्त की राशि के भुगतान के बाद, द्वितीय, तृतीय किस्त का भुगतान किया गया तथा मनरेगा के तहत मिलने वाली मजदूरी का राशि का भुगतान संबंधित को किया गया। आज हितग्राही श्रीमती ममता बाई पत्नि इमरतलाल सेहरिया अपने परिवार के साथ पक्के आवास में मजबूत सपनों के साथ निवास कर रही है।
हितग्राही श्रीमती ममता बाई द्वारा बताया गया कि अब मैं पक्के आवास में निवास कर रही हूँ अभी तक मुझे यह किसी सपने से कम नहीं लग रहा है। मैं योजना के संचालकों एवं प्रशासन को धन्यवाद ज्ञापित करती हॅू।
जिला गुना से गोलू सेन की रिपोर्ट