“रिश्वतखोरी विभाग की कार्रवाई: रिश्वतखोरी विभाग की बड़ी कार्रवाई; एक संविदा इंजीनियर रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया
(गोंदिया रिपोर्टर महेंद्र कनोजे)
अर्जुनी मोरगांव (घूसखोरी विभाग की कार्रवाई) : घरकूल लाभार्थियों के अटके सब्सिडी भुगतान को मंजूरी देने के लिए रिश्वत मांगने वाला एक अनुबंध इंजीनियर एसीबी के जाल में फंस गया. रिश्वत विभाग की ओर से आज शाम करीब 5 बजे (12:00 बजे) पंचायत समिति कार्यालय में यह कार्रवाई की गई. भ्रष्ट इंजीनियर का नाम अनिल धर्मराज मेश्राम है.
यशवन्त चव्हाण मुक्त वसाहत योजना के तहत ग्राम पंचायत मोरगांव के लाभार्थियों को आवास स्वीकृत किये गये। घरकुल के लिए शासन द्वारा 1 लाख 31 हजार रूपये का अनुदान स्वीकृत होते ही हितग्राही ने घरकुल का निर्माण कार्य प्रारम्भ कर दिया। इस बीच लाभुकों ने आखिरी सब्सिडी की मांग की. हालांकि, पंचायत समिति घरकुल विभाग में कार्यरत संविदा अभियंता अनिल धर्मराज मेश्राम ने भुगतान को मंजूरी देने के लिए लाभार्थी से 7 हजार की रिश्वत की मांग की।
रिश्वत देने की इच्छा नहीं होने पर लाभार्थियों ने रिश्वत विभाग से शिकायत की। शिकायत के बाद विभाग ने आज शाम करीब 5 बजे पंचायत समिति में जाल बिछाया और रिश्वतखोर इंजीनियर को ट्रैप कर लिया. इस कार्रवाई से पंचायत समिति कार्यालय सनसनी”