जिला देवास और कन्नौद मे भी
भारतीय किसान संघ ने कलेक्टर कार्यलय का किया घेराव
दुःखी होकर किसान निकले रोड पर गांव काअन्नदाता किसान बहुत ही भोला भाला व राष्ट्र प्रेम का भाव रखने वाला अपने को साफ सुथरी छवि व ईमानदारी से खून पसीने से पैसे कमाने वाला गरीब किसान हर जगह लूटा जा रहा है भोले भाले अन्नादाता को दुकानदार नकली खाद नकली दवाई नकली बीज आदि सामग्री देते हैं और हमारा किसान भाई उन पर भरोसा कर लेते हैं चाहे वह रिजल्ट दे या ना दे पर भरोसा कर लेता है और तो और सरकार भी अपनी करनी और कथीनी में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है जैसे गेहूं 2700 की बोलकर 2400 में किसान की तुलाई गई है मेरा अन्नदाता किसान का हर जगह शोषण हो रहा है व ठगा महसूस कर रह है
कुछ पदेश को छोड़ कर सभी जगह बीजेपी की सरकार है सरकार हर जगह किसानों की आय दुगनी करने का वादा कर रही है लेकिन किसानों की आय तो दुगनी नही हुई है लागत दुगनी हो चुकी किसानों कृषि यंत्र पर 18% जीएसटी लगती है सभी चीज इतनी महंगी हो गई है आज दवाई खाद बीज रेट डबल हो गया है किसान फसल की बोनी करता है तब सोयाबीन ₹10000 कुंटल में खरीद कर बोनी करता है
गेहूं 6000कुंटल में खरीद कर बोनी करता है
मक्का 4500रू एक एकड़ की बोनी करता है और बेचता है 1500रू कुंटल बिकती
जब फसल बेचता सोयाबीन ₹4000 प्रति कुंतल के हिसाब से बिकती है खाद दवाई सभी चीज इतनी महंगी हो गई है जो किसानों को रोड पर आना पड़ रहा है किसान करें तो कर क्या सरकार चुनाव के टाइम बादा करती है कि हम किसान का
गेहूं 27 00 रू कुंतल मे खरीदेंगै
लेकिन वहां ₹2400रू कुंतल समर्थन मूल्य पर खरीद कर खुश हो जाती है सरकार की कथनी और करनी में बहुत अंतर है किसानों को सिर्फ वोट बैंक की तर्ज पर इस्तेमाल किया जा रहा है मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव में किसानों ने सरकार को 29 की 29 सीट दी लेकिन किसान को क्या मिला आज किसानों ने पंचायत से लेकर कलेक्टर कार्यलय तक अपनी मांग को लेकर घेराव कर रहे हैं कल 16 सितंबर को आरएसएस का अनुसंगी संगठन भारतीय किसान संघ ने भी सरकार को कह दिया कि हमें सोयाबीन 4892 समर्थन मूल्य खरीदी मंजूर नहीं किसान संघ ने एमपी के 55जिला केंद्रों पर ट्रैक्टर रैली निकालकर किसानों की मांगों को लेकर ज्ञापन दिया किसानों कहना है लागत इतनी बढ़गई हैं की हमारा खर्च भी नहीं निकल रहा सोयाबीन फसल का रेट 4000रू कुंटल मंडी में बिक रहा सोयाबीन में 2500रू कुंटल घटा लग रहा मक्का किसानों मंडी में 1500रू कुंटल के हिसाब से बिक रही 1000रू कुंटल घटा हो रहा है पदेश में सोयाबीन फसल लगभग 56 लाख मेट्रिक टन उत्पादन होता है लेकिन किसानों सरकार सोयाबीन फसल समर्थन मूल्य 4892रू कुंटल पर खरीद करेगी 25 लाख मेट्रिक टन किसानों को उसकी भी चिंता है हमारा सोयाबीन कैसे बिकेगा खरीदी हुई भी तो वेयर हाउस और जो खरीदि करेगी वो संस्था वाले सर्वेयर के साथ किसानों के साथ लूटमार करेंगे
किसानों का कहना है पिछले साल ग्रीष्मकालीन मूंग की खरीदी गई जिसमे किसानों को बहुत परेशानी हुई है 4दिन किसानों वेयरहाउस किराए के ट्रेकटरो ट्राली खड़े रहे जब किसान का नबर आता है संस्था खरीदी है वह भी किसानों को परेशान करती हैं सर्वेयर किसानों वेयरहाउस मे मांग करता है पैसे नही देते अच्छा माल है भी नहीं तुलता खराब माल पैसे लेकर तुल जाता है पूछने पर कुछ सर्वेयर को तो यह भी मालूम नहीं है की वो किस संस्था में खड़ा है कोंसी संस्था खरदी कर रही हैं कोनसा वेयर हाउस है वो किसानों को लूट रहे हैं आज अगर प्रदेश वेयर हाउस में चैक कर लिया जाय तो कुछ वेयर हाउस पर सही गुणबता कही मूंग खरीदी निकलेगा बाकी वेयर हाउस पर गुणवत्ताहीन मूंग निकलेंगे क्या सरकार इनपर भी कुछ कार्रवाई करेगी
जिला देवास खातेगांव से राजेश माल्या की रिपोर्ट