
रिपोर्टर हरिपाल सिंह की रिपोर्ट
मथुरा/फरह। उत्तराखंड के पर्यटन- सांस्कृतिक मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि “तिरुपति का प्रसाद सनातन को नष्ट करने की कोशिश है, लेकिन ऐसी कोशिश सफल नहीं होंगी। पं. दीनदयाल उपाध्याय के सपने को साकार करने के लिए अंतिम व्यक्ति-अंतिम गांव का विकास करना होगा। आध्यात्म की राह पर चलकर स्वयं के अंदर भगवान से जुड़ना होगा।”पं.दीनदयाल उपाध्याय स्मृति महोत्सव मेला में आयोजित सद्भावना सम्मेलन में मौजूद हजाराें लाेगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा “तिरुपति में जो हुआ, वह गलत है, लेकिन ऐसी कोई शक्ति नहीं है जो सनातन धर्म को नष्ट कर सके। आज समाज में सद्भावना की सभी को आवश्यकता है। ऋषियों ने भी संसार के भले की साेची थी। वह अपने गांव और गोत्र के बारे में नहीं सोचते। वह तो संसार और प्राणियों का भला चाहते थे।एकात्म दर्शन चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कहां कि दीनदयाल जी की सोच व्यापक थी। अंतिम व्यक्ति और अंतिम गांव का विकास उनके दर्शन में शामिल था। केंद्र और उत्तराखंड की सरकार दीनदयाल जी के दर्शन को साकार करने में जुटी है। गंगोत्री में उजड़ चुके अंतिम गांव को बसाकर पर्यटन के लिए तैयार किया जा रहा है। जब तक अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति का विकास नहीं होता है, तब तक देश और समाज का विकास नहीं होगा। आखिरी पायदान पर बैठे व्यक्ति का विकास होना चाहिए, इसलिए अंतिम गांव के विकास की सरकार योजना बना रही है। जो गांव खाली हुए हैं, उन्हें फिर विकसित कर बसाया जा रहा है, जिससे पर्यटक आ सके और आजीविका बढ़े।एकात्म दर्शन चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कहां कि दीनदयाल जी की सोच व्यापक थी। अंतिम व्यक्ति और अंतिम गांव का विकास उनके दर्शन में शामिल था। केंद्र और उत्तराखंड की सरकार दीनदयाल जी के दर्शन को साकार करने में जुटी है। गंगोत्री में उजड़ चुके अंतिम गांव को बसाकर पर्यटन के लिए तैयार किया जा रहा है। जब तक अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति का विकास नहीं होता है, तब तक देश और समाज का विकास नहीं होगा। आखिरी पायदान पर बैठे व्यक्ति का विकास होना चाहिए, इसलिए अंतिम गांव के विकास की सरकार योजना बना रही है। जो गांव खाली हुए हैं, उन्हें फिर विकसित कर बसाया जा रहा है, जिससे पर्यटक आ सके और आजीविका बढ़े।इस अवसर पर अजीत महापात्र अखिल भारतीय गौ सेवा अद्धैत चरण दत्त अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, क्षेत्र प्रचारक महेंद्र शर्मा, आयरेंद्र ग्राम्य विकास प्रमुख बृज प्रांत, निदेशक सोनपाल, हरि संतोषानंद बलिराम दास, हरिशंकर शर्मा, योगेश आवा, आचार्य ब्रजेंद्र नागर, पूर्व विधायक कारिंदा सिंह, श्रवण शर्मा, मुकेश शर्मा आदि सहित हजारों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। संचालन महात्मा सत्य बौधानंद राष्ट्रीय संगठन सचिव मानव उत्थान सेवा समिति ने किया।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि साध्वी कंचनगिरी अध्यक्ष श्री महंत जूना अखाड़ा महाकाल, विशिष्ट अथिति रीना शर्मा क्षेत्रीय संयोजिका दुर्गा वाहिनी, नरेन्द्र सिंह, रीना सिंह, गीता, इंदु सिंह, पूजा, प्रवीना राजावत, सुषमा दीक्षित, संतोष, ममता सिंह, नीलम सिरसा आदि उपस्थित रहे। धन्यवाद ज्ञापन कमलेश चौहान एवं संचालन रूबी शाक्य ने किया।