नरेश सोनी
हजारीबाग : इचाक प्रखंड के अंतर्गत गोबर बांदा पंचायत भवन में सुरक्षा महिला को लेकर महिलाओं के बीच कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें महिलाओं को एकत्रित कर उन्हें समझाया गया। इस अवसर पर कार्यशाला को संबोधित करते हुए महिला मुक्ति संस्था की लीला कुमारी ने एम पी टी ऐक्ट की जानकारी देते हुए कहा कि सुरक्षित गर्भ समापन कानूनी रूप से मान्य होने के बावजूद सामाजिक कलंक दबाव, शर्म और गलत सूचना, सुरक्षित गर्भ समापन तक पहुँच को प्रतिबंधित कर सकती है। इससे निपटने के लिए सामाजिक क्षेत्र मे कार्य कर रहे दुनिया भर के लोग सुरक्षित गर्भ समापन की मांग करते हैं और लोगों को जागरूक करने का कार्य करते हैं। आज आवश्यक है कि बिना भेद-भाव के महिला की सहमति व नाबालिग के अभिभावक की सहमति से शर्तों का पालन करते हुए सुरक्षित गर्भ समापन मे सहयोग करने का कार्य करें।
कार्यशाला को मुखिया रंजीत प्रसाद मेहता ने संबोधित करते हुए कहा कि कानून कि जानकारी के साथ लड़कियों को शिक्षित होना आवश्यक है तभी इस कानून का फायदा ले सकते हैं। हमलोग हर संभव क्षेत्र के महिलाओं और किशोरियों को स्वास्थ्य लाभ दिलाने के लिए प्रयासरत हैं। मौके पर उपमुखिया सजदा खातून वार्ड सदस्य इसरत प्रवीण, पूनम देवी, सुनीता देवी निकहत प्रवीण, गोपाल सिंह, अर्जुन कुमार सुबास कुमार, साहिया साथी मालती देवी, साहिया सुनीता देवी ने अपनी बात रखी इस अवसर पर किशोरियों द्वारा एम पी टी एक्ट एवं सुरक्षित गर्भ समापन के ऊपर पोस्टर बनाकर सभी को समझने का कार्य किया। कार्यशाला मे 20 गाँव की युवतियाँ एवं महिला मुक्ति संस्था के कार्यकर्ता शांता सांगा, ज्योत्सना वर्मा, पूनम देवी, काजल कुमारी, प्रेरणा कुमारी, डोली खातून रिंकी देवी, प्रियंका कुमारी, काजल कुमारी ने भागीदारी निभाई।