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सर सैयद अहमद ख़ाँ: आधुनिक शिक्षा के संस्थापक

सर सैयद अहमद ख़ाँ का जन्म 17 अक्टूबर 1817 को दिल्ली के सादात (सैयद) ख़ानदान में हुआ। उनका जीवन शिक्षा, समाज सुधार, और राष्ट्र निर्माण के लिए समर्पित था। 27 मार्च 1898 को हृदय गति रुकने से उनकी मृत्यु हो गई। उनके जीवन पर माँ का विशेष प्रभाव था, और पिता की मृत्यु के बाद उन्हें परिवार के आर्थिक बोझ का सामना करना पड़ा, जिससे कम उम्र में ही आजीविका की तलाश में लगना पड़ा।

*शिक्षा और समाज सुधार में योगदान*

सर सैयद ने 1886 में ऑल इंडिया मुहम्मडन एजुकेशनल कॉन्फ़्रेंस का गठन किया। मई 1875 में उन्होंने अलीगढ़ में ‘मदरसतुलउलूम’ नामक एक मुस्लिम स्कूल की स्थापना की, जो बाद में 1876 में कॉलेज में बदल गया। उनका सबसे बड़ा योगदान मोहम्मडन एंग्लो ओरिएंटल कॉलेज की स्थापना थी, जो 1920 में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के रूप में विकसित हुआ। यह विश्वविद्यालय आज भी उनके दूरदर्शी नेतृत्व और शैक्षिक सुधार के प्रतीक के रूप में जाना जाता है।

*शैक्षिक सुधार*

सर सैयद को आधुनिक शिक्षा के संस्थापक के रूप में जाना जाता है। उन्होंने शिक्षा के महत्व को समझते हुए समाज को जागरूक किया। उनके द्वारा स्थापित साइंटिफ़िक सोसाइटी ने शैक्षिक पुस्तकों का अनुवाद और द्विभाषी पत्रिका का प्रकाशन किया। उन्होंने शिक्षा को समाज सुधार का माध्यम माना और अपने लेखों के माध्यम से लोगों को प्रोत्साहित किया।

*1857 की क्रांति और उसके बाद का जीवन*

1857 की भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के असफल होने के बाद, सर सैयद अहमद ख़ाँ ने अपने जीवन में कई उतार-चढ़ाव देखे। उनका घर तबाह हो गया और उनके परिवार को बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। इसके बावजूद, उन्होंने अंग्रेज़ों के षड़यंत्र से दूर रहते हुए शिक्षा और राष्ट्रभक्ति को अपने जीवन का उद्देश्य बना लिया।उन्होंने यह महसूस किया कि अंग्रेज़ों को हराने के लिए सैन्य शक्ति की बजाय शैक्षिक सुधार का रास्ता अपनाना ज्यादा कारगर होगा। इसलिए उन्होंने मुस्लिम समाज को आधुनिक शिक्षा से जोड़ने की दिशा में काम किया, ताकि वे समाजिक और आर्थिक रूप से मजबूत बन सकें।

*सर सैयद डे*

हर साल 17 अक्टूबर को सर सैयद डे के रूप में मनाया जाता है। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में उनके योगदान को श्रद्धांजलि देने के लिए यह दिन विशेष रूप से मनाया जाता है। एएमयू के डक पॉइंट पर उनके आखिरी संदेश को अंकित किया गया है, जो छात्रों और समाज को प्रेरित करता है।सर सैयद अहमद ख़ाँ का जीवन और कार्य आधुनिक भारत के निर्माण

*संवाददाता एहसान खान*

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