वर्तमान में जो पुराना कानून खत्म कर नया कानून लागू किया जा रहा है वो किसके लिए अच्छा है
उदाहरण से समझे
“कर्मचारी अधिकारी की पुरानी पेंशन कानून खत्म कर न्यू पेंशन कानून लागू किया”
“मजदूरों के लिए पुराना कारखाना कानून खत्म कर नया कानून लागू किया”
“किसानों को पुराना कृषि कानून खत्म कर नया कृषि कानून बनाया, लेकिन किसानों ने लागू नहीं होने दिया”
“पुरानी शिक्षा का कानून खत्म कर; अब नई शिक्षा का कानून लागू किया”
“खान पीने की वस्तुओं पर टैक्स लगाया गया, और महंगा किया गया”
पूर्व में गांव में रहने वाले व्यक्तियों की महीने की इनकम स्थाई नहीं थी, लेकिन महीने के अंत में गांव के व्यक्तियों के लिए टैक्स देना भी अनिवार्य नहीं था,
लेकिन अब इनकम भले ही न हो लेकिन मोबाइल डीजल तेल, गैस बिजली दवाई और सब्जी पर टैक्स देना प्रत्येक महीने देना अनिवार्य है।
जिस नमक के लिए आंदोलन किया गया था अब उस पर भी टैक्स लिया जा रहा है।
जिसकी जिम्मेदारी सरकार की थी सरकार उसे पल्ला झाड़ रही है, पहले डीजल पेट्रोल को निजी हाथों में दिया अब डीजल पेट्रोल के रेट निजी कंपनिया निर्धारित करती है
उसी प्रकार अब सड़क निजी कंपनियों के हाथों में दी जा रही है, अब सड़क पर चलने के पैसे लिए जा रहे है, वो भी निजी कंपनिया निर्धारित करेगी (टोल प्लाजा के रूप में)।
पहले हमारे पानी को कंपनियों ने खराब किया अब उस पानी को साफ करने के नाम पर मशीन लगाकर पानी को बेचा जा रहा है, उसके रेट भी कंपनिया निर्धारित करेगी।
अब जंगल के पेड़ काट कर हवा दूषित की जा रही है, हवा को भी निजी कंपनिया टैक्स लगा कर बेचेगी।
पहले रेल के डिब्बे पर लिखा होता था, ये संपति आपकी है इसको नुकसान न पहुंचे, लेकिन वर्तमान में हमारी समाप्ति को नुकसान पहुंचने और नष्ट करने का आदेश कौन दे रहा है ।
मजहब नहीं सिखाया आपस में बैर करना, लेकिन आज हमको आपस में लड़ने का भाषण कौन तैयार करता है
.?
समझे और अपने और अपनी आने वाली पीढ़ी के भविष्य को देखे कि कौन आपके भविष्य को खत्म करने का कानून बना रहा है..?
सामाजिक चिंतक
जिला संवाददाता योगेश कुमार गुप्ता