ग्राम पंचायत इकोना,रैला,जमरेही,जकसिया,
इटोरा, परोसा,बागी सहित कई ग्राम पंचायतों के प्रधानों ने दिया समर्थन:
पृथक बुंदेलखंड राज्य की मांग लेकर बुंदेलखंड संयुक्त मोर्चा के नेतृत्व में विभिन्न संगठनों द्वारा बुंदेलखंड विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष राजा बुंदेला के नेतृत्व में निकाली जा रही पदयात्रा जनपद जालौन के कदौरा नगर से शुरुआत हुई जोल्हुपुर, सरसेला,सैदपुर,
शाहजहांपुर आदि ग्रामों में यात्रा को भारी जनसमर्थन मिला । पदयात्रा का कदौरा में प्रवेश पर भव्य स्वागत किया गया। राजा बुंदेला इस पदयात्रा का नेतृत्व कर रहे हैं l राजा बुंदेला ने ग्रामीणों को बुंदेलखंड राज्य की मांग का महत्व समझाते हुए कहा कि यह बुंदेलखंड के लोगों के भविष्य की लड़ाई है। हम सभी ग्रामीणों को एक साथ मिलकर बुंदेलखंड की लड़ाई लड़नी है। हमारे युवा रोजगार के लिए बुंदेलखंड छोड़ रहे है । उन्होंने जिले के बीहड़ क्षेत्र से हो रहे पलायन के बारे में चिंता करते हुए कहा कि रोजगार के कम अवसर होने की वजह से लोग पलायन कर रहे है। अब डकैत नहीं बचे पर पेट की वजह से लोगों को घर छोड़कर जाना पड़ रहा है। झांसी स्टेशन पर दिल्ली और मुंबई जाने वाली गाड़ियों को देखो कैसे हम लोग बोरी में अपनी जीविका का सामान भरकर नौकरी के लिए जाते है । कोई पल्लेदारी करता है, कोई फैक्ट्री में काम करता है तो कोई मजदूरी करता है । यह आर्थिक दृष्टि से भी गलत है कि एक प्रांत की 68% आबादी सिर्फ रोजगार के लिए अपना गृह छोड़कर जा रही है। सरकारें कब चेतेगी।अलग बुन्देलखण्ड बनेगा तभी ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर विकसित होंगे। सात नदियों का पानी बुन्देलखण्ड में होने के बाद भी बुन्देलखण्ड प्यासा है । बुन्देलखण्ड अलग राज्य जनता की मांग है । राजा बुंदेला ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि हम जहां भी जा रहे है वहां लोग मजबूती के साथ कहते है कि बुंदेलखंड अलग राज्य होना चाहिए। भाषाई आधार पर राज्यों का गठन किया गया था हमारी बुंदेलखंडी अलग भाषा है , हमारा भी अलग राज्य होना चाहिए। हमारी संस्कृति अलग है और हमारे स्थानीय त्योहारों को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान नहीं मिलना निराशाजनक है । टूटी सड़कों पर तंज कसते हुए राजा बुंदेला ने कहा कि मुख्य मार्ग तो बन गए है पर असली बुन्देलखण्ड गांवों में बसता है और एक गांव से दूसरे गांव को जोड़ने वाली सड़कें बदतर स्थिति में है जिससे रोजगार के अवसर विकसित करने का मौका नहीं मिलता। अलग बुंदेलखंड बनेगा तो यह बदहाली दूर होगी । यात्रा मार्ग में तमाम जगह पर किसानो, युवाओं व विभिन्न संगठनों ने पदयात्रा का स्वागत किया। आयोजित सभा में वक्ताओं ने कहा कि बुंदेलखंड राज्य अवश्य बनेगा। बुंदेलखंड राज्य बना तो तरक्की के नए मापदंड तय करेगा। शिक्षक नेता अशोक राठौर, प्रताप बुंदेला (किसान नेता ) डा. आश्रय सिंह (यात्रा संयोजक ),शिवम चौहान सोनू (अध्यक्ष बुन्देली सेना जालौन ) सुरेन्द्र पाल सिंह, दीपक पाण्डेय रामजी लाल पाण्डेय,रवि शिवहरे चेयरमेन प्रतिनिधि कदौरा ने भी सभा को संबोधित किया। लक्ष्मण गौर ने यात्रा के सफल आयोजन पर आभार व्यक्त किया । वक्ताओ ने कहा कि अब उप्र का विभाजन होना ही चाहिए । बुंदेलखंड,पूर्वांचल और हरित प्रदेश राज्य का निर्माण बनना आवश्यक है। बुंदेलखंड संयुक्त मोर्चा पृथक बुंदेलखंड के लिए गाँव-गाँव काम कर रहा है। बुंदेलखंड हर बुंदेलखंडी की मांग है। इस पदयात्रा के माध्यम से सरकार तक अपनी बात पहुंचाई जाएगी। अलग राज्य बनने पर बुन्देलखण्ड भारत का मुकुट बनेगा। इस अवसर पर राजा बुंदेला ने कहा कि बुंदेलखंड की लड़ाई को जनमानस तक ले जाने के लिए यह पदयात्रा आयोजित की गई है। भाजपा छोटे राज्यों की समर्थक है। हमें आशा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नया बुंदेलखंड 2027 तक आकार लेगा और जल्द बुंदेलखंड की घोषणा होगी। लेकिन हमें सरकार तक बुंदेलखंड की बात पहुँचाना है। उन्होंने विभिन्न संगठनों का एक मंच पर आने का स्वागत किया। उन्होंने अन्य संगठनों से भी पदयात्रा से जुड़ने का आह्वान किया। यात्रा में नगर एवं ग्रामीणों ने भारी संख्या में समर्थन दिया और साथ ही साथ ग्राम प्रधानों ने पृथक बुन्देलखण्ड राज्य निर्माण हेतु राजा बुंदेला को समर्थन पत्र सौंपा। साथ ही मिलने वाले जन समर्थन के प्रति आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर राजा बुंदेला के साथ अशोक राठौर (शिक्षक नेता ), प्रताप बुंदेला (किसान नेता ), डा.आश्रय सिंह (यात्रा संयोजक ), शिवम चौहान सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
(अनिल कुमार ओझा ब्यूरो प्रमुख उरई-जालौन)उ.प्र.