
उत्तर प्रदेश में महिला हिंसा के खिलाफ आवाज उठाई गई
दुद्धी सोनभद्र।अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन (ऐपवा) ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें राज्य में महिलाओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा की घटनाओं पर रोक लगाने की मांग की गई है। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महिलाओं ने कहा कि आज हम महिलाएं अपने सम्मान, आज़ादी और बराबरी के हक के लिए एकजुट हुए है और अपने ऊपर हो रही हिंसा के खिलाफ आवाज़ बुलंद कर रहे है । कहा कि
महिला अपराध के मामले में यूपी शर्मनाक ढंग से ऊपर है। प्रदेश के लगभग हर जिले से महिलाओं के साथ बलात्कार, हत्या, अपहरण और हिंसा की घटनाएं हर रोज की ख़बर बनती जा रही है। महिलाओं को इन घटनाओं में न्याय तक नहीं मिल पा रहा है। दिए ज्ञापन में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश में महिलाओं के साथ बलात्कार, हत्या, अपहरण और हिंसा की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं, लेकिन पीड़ित महिलाओं को न्याय नहीं मिल पा रहा है। ऐपवा ने सरकार से उत्तर प्रदेश में बदस्तूर जारी महिलाओं के साथ हिंसा, बलात्कार की घटनाओं पर रोक लगाओ। महिला हिंसा की किसी भी घटना की यदि थाने में एफआईआर दर्ज नहीं की जाती और अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं होती तो संबंधित पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए ,
आईआईटी बीएचयू की गैंगरेप पीड़िता के अभियुक्तों को तत्काल गिरफ़्तार कर जेल भेजा जाए,बलात्कार और हत्या के आरोपी आसाराम बापू और राम रहीम की बार-बार पैरोल पर रिहाई बंद करो और गिरफ्तार कर जेल भेजकर कड़ी से कड़ी सजा की गारंटी करो,स्मार्ट मीटर योजना और फर्जी बिजली बिल को गरीब परिवारों पर लादना बंद करो। गरीबों के पुराने बिजली बिल माफ करो और 200 यूनिट बिजली फ्री दो,औद्योगिकरण के नाम पर गरीबों की उनकी जमीनों और घरों से बेदखली का अभियान बंद करो, खेतिहर जमीनों को भी सरकार अपने कब्जे में लेना बंद करे, सभी स्कीम वर्कर्स (आशा, आंगनबाड़ी, रसोइयों) को राज्यकर्मी घोषित करो, सुप्रीम कोर्ट के नियमानुसार कार्यस्थल पर यौन हिंसा के खिलाफ शिकायत कमेटी का गठन करो, विधवा और वृद्धा पेंशन की राशि को बढ़ाया जाए और इसे नियमित रूप से प्रति माह देने की गारंटी की जाए, महंगाई पर रोक लगाई जाए। रसोई गैस के दाम 500 रुपए फिक्स किया जाए।, गांव स्तर पर हाई स्कूल, इंटर कालेज की अनिवार्यता की गारंटी की जाए और लड़कियों के लिए केजी से पीजी तक की मुफ्त शिक्षा की व्यवस्था की जाए।,मनरेगा में महिलाओं को 200 दिन काम और 600 रुपए मजदूरी की गारंटी करो, स्वास्थ्य केंद्रों में महिला डाक्टर की अनिवार्यता, जरूरी दवाएं, पीरियडू पेड्स के मुफ्त वितरण को सुनिश्चित किया जाए।, माइक्रोफाइनेंस कंपनियों के कर्ज के उत्पीड़क चंगुल से निकालने के लिए स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को दो लाख रुपए तक का सूद रहित कर्ज उपलब्ध करवाया जाए।,
स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के कोविड के दौर 2022 तक के सभी कर्ज माफ किये जाएं। सभी महिलाओं के स्थायी स्वरोजगार का प्रबंध किया जाए।, कुंभ में स्नान के लिए आई महिलाओं के अश्लील फ़ोटो और वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर बेचने वाले अपराधियों और इस कुकृत्य के लिए जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारियों पर भी कड़ी कार्रवाई करो।,8 मार्च अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को राष्ट्रीय अवकाश घोषित करो आदि मांगों पर तत्काल कार्रवाई करने की मांग की है। संगठन ने कहा है कि अगर सरकार इन मांगों पर कार्रवाई नहीं करती है, तो वे आंदोलन के लिए मजबूर होंगे। मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन उप जिला अधिकारी को सोपा गया।इस मौके पर प्रभु सिंह कुशवाहा विगन राम गोड चम्पा देवी राजामनी सावित्री देवी सुनीता देवी बासमती देवी चंचला सिंह आदि उपस्थित रहे ।
सोनभद्र, तहसील रिपोर्टर दुद्धी विवेक सिंह