
ब्यूरो चीफ मनोज भट्ट जिला बस्तर छत्तीसगढ़
अपने मूल कार्य को सम्पादित करने हेतु ध्यान केंद्रीत करें राजस्व अधिकारी-कमिश्नर डोमन सिंह
आम जनता की समस्याओं के निराकरण हेतु जनसमस्या निवारण शिविरों एवं जनदर्शन का नियमित आयोजन करने के निर्देश
जगदलपुर, 20 मार्च 2025: कमिश्नर बस्तर संभाग डोमन सिंह ने कहा कि राजस्व अधिकारी अपने मूल कार्य को बेहतर ढंग से सम्पादित करने के लिए ध्यान केंद्रीत करें, ताकि किसानों एवं भू-स्वामियों की छोटी-छोटी राजस्व सम्बन्धी कार्य एवं समस्या आसानी के साथ समाधान हो सके। वहीं आम जनता की समस्या एवं मांगों के निराकरण की दिशा में हर महीने जनसमस्या निवारण शिविर तथा जनदर्शन का आयोजन सप्ताह में नियमित तौर पर करें। साथ ही राजस्व सम्बन्धी कार्यों को स्थानीय स्तर पर सम्पादित करने के लिए राजस्व शिविर या राजस्व पखवाड़ा का आयोजन किया जाए। वहीं रोस्टर के आधार पर एसडीएम एवं तहसील कार्यालयों का निरीक्षण कर राजस्व कार्यों के सम्पादन में कसावट लायी जाए।कमिश्नर बस्तर सिंह ने गुरुवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए राजस्व अधिकारियों की संभाग स्तरीय समीक्षा बैठक में उक्त निर्देश दिए।
कमिश्नर ने राजस्व प्रकरणों को निर्धारित समय-सीमा में निराकृत करने पर जोर देते हुए कहा कि सभी राजस्व न्यायालयों में पीठासीन अधिकारी नियमित तौर पर सुनवाई करें। ई-कोर्ट में पंजीबद्ध प्रकरणों की समीक्षा कर निपटारे के लिए रोस्टर बनाएं और मैदानी अमले के माध्यम से पक्षकारों की उपस्थिति सुनिश्चित कर सुनवाई करें। उन्होंने अविवादित नामांतरण-बंटवारा, विवादित नामांतरण-बंटवारा, डायवर्सन, सीमांकन इत्यादि के प्रकरणों की विस्तृत समीक्षा करते हुए समय-सीमा के बाहर के प्रकरणों को अनिवार्य रूप से त्वरित निराकरण किए जाने के निर्देश दिए। वहीं भू-अर्जन के प्रकरणों में अवार्ड पारित होने के साथ ही मुआवजा वितरण तथा रिकार्ड दुरुस्तीकरण को सर्वोच्च प्राथमिकता देने कहा। कमिश्नर ने वनाधिकार पट्टों के नामांतरण एवं बंटवारा प्रकरणों को संवेदनशीलता के साथ निराकृत किए जाने हेतु राजस्व एवं वन विभाग के अधिकारियों को समन्वय स्थापित कर वन परिक्षेत्र अधिकारी कार्यालय में आवेदन पत्र प्राप्त करने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही इस दिशा में मैदानी अमले के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में व्यापक प्रचार-प्रसार किए जाने कहा। कमिश्नर ने राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के तहत प्रकरणों को संवेदनशीलता के साथ निराकरण करने पर बल देते हुए समय पर प्राकृतिक आपदा पीड़ित लोगों को आर्थिक सहायता प्रदान किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने स्कूली छात्र-छात्राओं को जाति-निवास एवं आय प्रमाण पत्र प्रदाय हेतु प्राथमिकता से कार्य करने के निर्देश दिए। वहीं लोक सेवा केन्द्रों के जरिए लोक सेवाओं की समुचित उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कमिश्नर ने राजस्व अधिकारियों को रोस्टर के आधार पर एसडीएम एवं तहसील कार्यालयों का निरीक्षण कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने, इन कार्यालयों में आम जनता के बैठने एवं पेयजल की समुचित व्यवस्था किए जाने के भी निर्देश दिए।
रिकार्ड रूम में भू-अभिलेखों का करें सुरक्षित संधारण
कमिश्नर ने सभी जिलों में राजस्व रिकार्ड रूम को व्यवस्थित करने सहित भू-अभिलेखों को सुरक्षित रखने पर जोर देते हुए कहा कि किसानों एवं भू-स्वामियों के लिए उनकी जमीन का रिकार्ड सर्वाधिक महत्वपूर्ण है और उन्हें उक्त दस्तावेज प्रदान करने के लिए भू-अभिलेख का समुचित संधारण जरूरी है। भू-अभिलेखों को सुरक्षित रखने के लिए अभिलेखों का डिजिटाइजेशन सहित सुरक्षित रखरखाव हेतु रिकार्ड रूम की साफ-सफाई, समयबद्ध रूप से निर्धारित दवा का छिड़काव, सीसीटीवी, अग्निशमन यंत्र की व्यवस्था इत्यादि को सुनिश्चित करने सहित इलेक्ट्रिक कटआउट को रिकार्ड रूम के बाहर रखा जाए। वहीं रिकार्ड रूम की नियमित रूप से निरीक्षण किए जाने के निर्देश दिए। साथ ही वनाधिकार पत्र से सम्बंधित रिकार्ड को भी रिकार्ड रूम में संधारित किए जाने के निर्देश दिए। बैठक में बस्तर जिले के एनआईसी कक्ष में अपर कलेक्टर सीपी बघेल एवं ऋषिकेश तिवारी, डिप्टी कमिश्नर बीएस सिदार, सभी एसडीएम एवं तहसीलदार मौजूद थे। वहीं दंतेवाड़ा, बीजापुर, सुकमा, कोंडागांव, नारायणपुर एवं कांकेर जिले के राजस्व अधिकारी वर्चुअल रूप से जुड़े रहे।