बदलो सरकार बचाओ बिहार अभियान के सीपीआईएम और सीपीआई के राज्यव्यापी आह्वान पर आज दोनों पार्टी के हजारों कार्यकर्ता संयुक्त रूप से खगड़िया में विशाल जुलूस निकाल कर खगड़िया समाहर्ता के समक्ष जोड़दार प्रदर्शन किया।
̺जिसमें युवाओं को रोजगार , बिहार से मजदुर पलायन, बिहार में बढ़ते अपराध, पेपर लिक आदि मांगो को लेकर जोर दार प्रदर्शन किया ।आज 10 बजे दिन से ही जेएनकेटी इंटर कॉलेज मैदान में बड़ी संख्या में दोनों पार्टी के कार्यकर्ता हाथों में लाल झंडा लिए पहुंचने लगे।दोपहर 01 बजे जेएनकेटी इंटर कालेज मैदान से हजारों प्रदर्शनकारी लाल झंडा थामे बदलो सरकार बचाओ बिहार के गगनभेदी नारे लगाते हुए शहर का चक्कर लगाते हुए समाहरणालय पहुंचा।जुलूस के दौरान पूरा शहर लाल झंडा से पट गया।इस संयुक्त प्रदर्शन में किसानों,मजदूरों,महिलाओं और छात्र _ युवाओं ने बड़ी भागीदारी दी।प्रदर्शन में शामिल लोग अपने मांगों के समर्थन में समाहरणालय गेट पर भारी नारेबाजी कर अपने गुस्से का इजहार कर रहे थे।बाद में यह प्रदर्शन सभा में तब्दील हो गया।जिसकी अध्यक्षता सीपीआईएम जिला सचिव सुरेन्द्र प्रसाद और सीपीआई जिला सचिव प्रभाकर सिंह ने संयुक्त रूप से किया।सभा को संबोधित करते हुए सीपीआईएम राज्य सचिवमंडल सदस्य सह खगड़िया लोकसभा से महागठबंधन के पूर्व प्रत्याशी संजय कुमार ने कहा कि आज के दिन पूरे बिहार के समाहरणालयों पर सीपीआईएम और सीपीआई संयुक्त रूप से बदलो सरकार बचाओ बिहार के नारे के साथ प्रदर्शन कर रही है।उन्होंने कहा बिहार में पिछले 17 वर्षों से नीतीश कुमार के नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार चल रही है।इन 17 वर्षों के कार्यकाल पर गौर करने से साफ पता चलता है कि बिहार की नीतीश सरकार भी केन्द्र की मोदी सरकार के नक्शे कदम पर चलती हुई,बिहार के विकाश के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा सकी।बेरोजगारी लगातार बेलगाम होकर बढ़ती चली गई,जिससे पलायन बिहार के युवाओं के लिए नासूर बन गया।सिर्फ 17 वर्षों से अलग बीच में 2022 में महागठबंधन की सरकार जब 17 महीने मात्र चली,जिसमें उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव थे,उस कार्यकाल में 05 लाख से ज्यादा युवाओं को महागठबंधन के घोषणा के अनुरूप सरकारी नौकरी दी गई।उसके बाद फिर भाजपा जेडीयू की सरकार नौकरी देने के नाम पर जो भी प्रतियोगिता परीक्षाएं ली सभी के पेपर लीक हुए,बदले में युवाओं को हताशा के सिवा कुछ नहीं मिला।का काम नहीं हो पाया।मंहगाई लगातार बढ़ रही है,जिससे आम लोगों का जीना दुभर हो गया।भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बात करने वाली सरकार में हालत यह है कि लोग वीणा रिश्वत के किसी भी ऑफिस में कोई भी काम नहीं करवा सकते।सुशासन और कानून का राज की बात करने बाली सरकार में जिसके ऊपर सुशासन और कानून को कायम रखने की जिम्मेदारी है यानि पुलिस भी आज सुरक्षित नहीं है।अभी हाल ही में दो पुलिस पदाधिकारी का एक तरह से मौवलिंचिंग इसका बड़ा उदाहरण है।बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और नारी सशक्तिकरण की नारा देने बाली सरकार में बेटियों के साथ रोज बलात्कार कर उसकी हत्याएं करना आम बात हो गई। उन्होंने कहा नारी सम्मान का असल नजारा तो जेडीयू के विधायक गोपाल मंडल होली पर नारी को खुला अपशब्द बोल कर पेश किए हैं।बिहार को विशेष राज्य का दर्जा की बात तो दूर विशेष पैकेज भी आज नीतीश कुमार के एजेंडे से गायब है,यह है नीतीश कुमार का मोदी भक्ति का नमूना।किसानों 2024 के आम चुनाव में केंद्र में भाजपा की सरकार जो 400 पार का नारा लगा रही थी,वह स्पष्ट बहुमत से काफी दूर रह गई,बल्कि उसे बैसाखी का सहारा लेना पड़ा।संविधान,जनतंत्र और धर्मनिरपेक्षता को मोदी सरकार लगातार कमजोर करने में लगी है और अपने को लोहियावादी कहने वाले नीतीश कुमार उसके गलबहियां करने में लगे हैं।बिहार में जातीय सर्वे के आधार पर अनुसूचित जाति,पिछड़ी जाति और अन्य पिछड़े जातियों के लिए 65% आरक्षण लागू किया गया,जिसे उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय के द्वारा रोक दिया गया,जिसे संविधान की 9वीं अनुसूची में डाले बगैर लागू करना संभव नहीं होगा। उन्होंने बिहार की नीतीश सरकार से सबालिया लहजे में पूछा कि केंद्र में भी एनडीए और बिहार में भी एनडीए की सरकार है,तो ऐसे में 9वीं अनुसूची में शामिल कराने में बिहार सरकार की क्या मजबूरी है?संजय कुमार ने कहा मक्का और दूध पैदा करने के मामले में खगड़िया जिला तो पूरे देश में अव्वल है,लेकिन सत्ताधारी दल चुनाव में इस पर आधारित उद्योग लगाने का वादा कर वोट लेकर अपने वादे को भूल जाती है।संजय कुमार ने चौथम प्रखंड के रूपनी में एन एच 107 के दोनों तरफ संपर्क पथ के किनारे 65 वर्षों से बसे 75 घर पासवान भाईयों के घरों को प्रशासन द्वारा कल बुलडोज किए जाने की घटना की तीखी निंदा की। उन्होंने कहा कि पटना हाइकोर्ट के निर्देश जिसमें स्पष्ट है कि पूर्व से बसे बेघर लोगों को उजाड़ने से पहले उसका वैकल्पिक व्यवस्था करना सरकार की जिम्मेदारी है,जिस आदेश का खुले आम धज्जियां उड़ाई गई।मौके पर उन्होंने जनप्रतिनिधियों को भी आरे हाथों लेते हुए कहा कि इन गरीबों के प्रति क्या आपकी कोई जिम्मेदारी नहीं है?उन्होंने कहा अगामी विधान सभा चुनाव में महागठबंधन पूरी मजबूती से जनता के ज्वलंत मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाकर अपनी निर्णायक उपस्थिति दर्ज कराएगी।प्रदर्शन को संबोधित करते हुए सीपीआई राज्य सचिवमंडल सदस्य प्रभासंकर सिंह ने कहा कि नीतीश सरकार ने जो 2024 के चुनाव से पहले बेघर भूमिहीनों को 05 डिसमिल जमीन और घर का वादा किया,उस पर कोई काम नहीं किया।किसानों को फसल का लाभकारी दाम मिले इसके लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी दर्जा को जरूरी बताया।लोगों को 200 यूनिट फ्री बिजली का वादा किया,क्या हुआ बदले में उल्टे स्मार्ट मीटर लगवा कर लोगों से बड़े पैमाने पर फर्जी बिल वसूली में लगी है।बिहार के 94 लाख परिवारों का सर्वे कर उस सभी परिवारों के एक_एक युवाओं को दो_दो लाख रुपए फ्री में व्यवसाय के लिए देने की नीतीश कुमार के घोषणा आज ठंडे बस्ते में है।जमीनों के सर्वे के नाम पर किसानों का बड़े पैमाने पर भयादोहन किया जा रहा है।प्रभाषंकर सिंह ने हाल ही में जिले के कुछ पत्रकारों और सोशल मीडिया के लोगों पर प्रशासन के द्वारा किए गए मुकदमे की निंदा करते हुए तुरंत वापस लेने की मांग की।मौके पर मौजूद सीपीआई जिला सचिव प्रभाकर सिंह ने सम्बोधित करते हुए कहा कि वर्षों से बसे बेघर लोगों को तुरंत वासगीत का पर्चा देने में सरकार को अलग से किसी तरह का खर्चा नहीं आने बाला है।बढ़ती हुई बेरोजगारी पर बोलते हुए उन्होंने कहा युवा बेहाल हैं,तो नीतीश सरकार अगर थोड़ा भी युवा हितैषी है तो तुरंत युवाओं को रोजगार दे या तत्काल उसे दस हजार महीना बेरोजगारी भत्ता दे।मनरेगा के तहत 200 दिन काम की गारंटी करने से भी लोगों को काम मिल सकेगा,जिससे भी एक हद तक पलायन रुक सकता है।खगड़िया जिला में बाढ़ और सुखाड़ का स्थाई निदान किए बिना खगड़िया का असल विकाश संभव नहीं है।उन्होंने जिला में किसानों के कुछ जमीनों के रसीद कटने पर रोक को तुगलकी फरमान बताया।सीपीआईएम जिला सचिव सुरेन्द्र प्रसाद ने कहा कि बिहार सरकार अगर वाकई में रोजगार देना चाहती है तो तुरंत स्कूली रसोइया,आशा,ममता,जीविका और आंगनबाड़ी सेविका_सहायिका को सरकारी सेवक घोषित करे।पंचायतों के सफाईकर्मी आज भूखे पेट गांवों की गंदगी साफ कर रहे हैं और नीतीश सरकार को उनकी कोई चिंता नहीं है।तांती समाज को अनुसूचित जाति का दर्जा मिला और नीतीश सरकार ने यह दर्जा उससे वापस लेकर उनके साथ बड़ा धोखा किया है। उन्होंने जनवितरण प्रणाली को मजबूत कर सभी को 35 किलो अनाज फ्री देने को आम आदमी के लिए आवश्यक कहा।उन्होंने कहा कि अभी सरकार प्रधानमंत्री आवास योजना में जॉब कार्ड को आवश्यक कर दिया है,ऐसी स्थिति में जब लोग जॉब कार्ड बनाने के नाम पर गरीबों को लूटा जा रहा है।भूमिहीनों,गरीबों,किसानों,मजदूरों,छात्र और युवाओं के हक की लड़ाई को हम दोनों वामपंथी दल निर्णायक तौर पर जारी रखेंगे।प्रदर्शनकारियों की ओर मांगों से संबंधित स्मारपत्र समाहर्ता को प्रतिनिधिमंडल की ओर से सौंपा गया।प्रदर्शन को सीपीआईएम जिला सचिवमंडल सदस्य हरेराम चौधरी,उपेन्द्र महतों,नीतू देवी और सीपीआई के सहायक जिला सचिव रविन्द्र यादव,पुनीत मुखिया,नीलू कुमारी,ने भी संबोधित किया।मौके पर सीपीआई ,बिंदेश्वरी साह,कैलाश पासवान,रोहित सदा,रमेशचंद्र चौधरी,सीपीआईएम जिला सचिवमंडल सदस्य विनय कुमार सिंह,सुनील मंडल,सुरेन्द्र पासवान,रामविनय सिंह,शिवजी महतों,सच्चितानंद सिंह,अमरेश कुमार,नीतू देवी,नवीन चौधरी,कुन्दन मेहता जबकि सीपीआई के विष्णुदेव शर्मा,मनोज सदा,रमेश शर्मा,राजमोहन यादव,अनिल कुमार सिंह और विभाशचंद्र बोस ने सम्बोधित किया।
अंशु कुमार ठाकुर सहरसा बिहार।