योगी सरकार में रामराज्य या गुंडाराज? उत्तर प्रदेश में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं, कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। इटावा के बलराई थाना क्षेत्र में नीरज भदौरिया (राजपूत) खुलेआम पिस्टल ताने खड़ा है, लेकिन प्रशासन आंखें मूंदे बैठा है!
दलित, पिछड़े और आदिवासी समाज पर अत्याचार लगातार जारी हैं। पीड़ित परिवार का कहना है कि उन्होंने तहरीर दी, लेकिन फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। क्या योगी सरकार में केवल दबंगों को ही सुरक्षा मिलती है?
अगर प्रदेश में कानून नाम की कोई चीज बची है, तो इस अपराधी के खिलाफ तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए। वरना, यह साफ है कि उत्तर प्रदेश अब योगी का रामराज्य नहीं, बल्कि सामंतवाद और अराजकता का गढ़ बन चुका है।
रिपोर्टर
शिव बहादुर यादव
जनपद जौनपुर
थाना बरसठी