चुनिंदा फर्मो को ही ग्राम पंचायत एवं क्षेत्र पंचायत में सप्लायर बनाए जाने पर उठ रहे सवाल? उच्च स्तरीय जाँच की मांग
दुद्धी सोनभद्र। वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए विभिन्न योजनाओं से ग्राम पंचायतों में सामग्री आपूर्ति के लिए निविदा प्रकाशन एवं निविदा खोलने का कार्य जारी हैं।दुद्धी ब्लॉक के कुछ सचिव टेंडर प्रकाशित कराने के साथ ही अपने चहेते फर्म को टेंडर देने के फिराक में जुट गए हैं। सूत्रों की मानें तो दुद्धी ब्लॉक के कई ग्राम पंचायतों में सेटिंग के तहत लगातार एक फर्म से सामग्री आपूर्ति ली जा रही हैं और उस फर्म के नाम मनमानी भुगतान कर सरकारी धन की बंदरबाँट करने की भी आशंका जतायी जा रही है,जिसकी जाँच अगर टेंडर निगरानी समिति से करायी जाय तो पोल खुल सकती है। एक तरफ सरकार जहाँ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही हैं वहीं ग्राम पंचायत के सचिव एक कदम आगे बढ़ते हुए सप्लायर से मिलकर खेल करने की प्रक्रिया शुरू कर दिए हैं क्योंकि ग्राम पंचायत के सभी मदों का भुगतान फर्म के नाम होती हैं इसलिए सचिव ऐसे सप्लायर को सप्लाई का जिम्मा देते हैं जिनसे उनका अच्छा हिसाब -किताब हो सके,इसलिए दुद्धी ब्लॉक के सचिव सरकार के कदम से आगे निकलते हुए फर्म से ही सेटिंग का खेल शुरू कर दिए हैं।ऐसे में आप दुद्धी ब्लॉक परिसर से लेकर सचिव आवास सहित अन्य चट्टी -चौराहो पर सप्लायरों से सचिवों की गुफ़्तगू देख सकते हैं। सवाल ये उठता हैं कि सचिव आखिर क्यों लगातार एक फर्म से आपूर्ति लेने के फिराक में हैं? क्या कभी दूसरे या तीसरे नंबर वाले फर्म से आपूर्ति ली गई या दूसरे और तीसरे फर्म का नाम सिर्फ टेंडर प्रक्रिया पूरी करने के लिए ही लिख दी जाती है ताकि अपने चहेते फर्म को सबसे ऊपर रखकर गावों में आपूर्ति का जिम्मा दिया जा सकें। ग्रामीणों ने मांग की हैं कि विभिन्न गावों में लगातार आपूर्ति देने वाले फर्मों की जाँच की जाय तो बड़े खेल उजागर हो सकते हैं।
सोनभद्र, तहसील रिपोर्टर दुद्धी विवेक सिंह