
गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाया जाएगा- उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल
चिकित्सा महाविद्यालय की दसवीं सामान्य परिषद की बैठक आयोजित
मंत्रीगण श्री कुशवाह व श्री तोमर भी हुए बैठक में शामिल
ग्वालियर, 19 अप्रैल 2025/ उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय प्रदेश का पहला व सबसे पुराना चिकित्सा महाविद्यालय है। ग्वालियर-चंबल संभाग सहित प्रदेश के अन्य जिलों एवं राजस्थान व उत्तरप्रदेश के समीपवर्ती जिलों के मरीज इस महाविद्यालय से जुड़े जेएएच अस्पताल समूह में बड़ी उम्मीद के साथ इलाज कराने के लिए आते हैं। इसलिए गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय को उत्कृष्ट चिकित्सा के लिहाज से सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में स्थापित किया जाएगा। इसके लिए आधुनिक चिकित्सा उपकरण, अधोसंरचना, चिकित्सक व पैरा मेडीकल स्टॉफ की पूर्ति सरकार करेगी। उन्होंने कहा कि जेएएच अस्पताल समूह में आने के बाद हर प्रकार के मरीज को सभी प्रकार की उच्च स्तरीय विशेषज्ञ चिकित्सा सेवाएं मिलनी चाहिए। यहां से किसी भी मरीज को कहीं ओर रेफर करने की नौबत न आए। श्री शुक्ल शनिवार को ग्वालियर में गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय की सामान्य परिषद की 10वीं बैठक में यहां की स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा कर रहे थे।
बैठक में उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने जोर देकर कहा गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय से जुड़े अस्पतालों में बाईपास व ओपन हॉर्ट सर्जरी, किडनी ट्रांसप्लांट, न्यूरोसर्जरी व यूरोलॉजी एवं केंसर के बड़े-बड़े ऑपरेशन शुरू करें। इसके लिए सभी जरूरी सुविधाएं सरकार उपलब्ध कराएगी। उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने प्रदेश में उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने की सरकार के प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि ग्वालियर मेडीकल कॉलेज सहित प्रदेश के इंदौर, भोपाल, जबलपुर व रीवा के मेडीकल कॉलेज अस्पतालों को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित किया जाएगा। इस दिशा में तेजी से प्रभावी कदम उठाए गए हैं।
शनिवार को यहां मेडीकल कॉलेज के सभागार में आयोजित हुई बैठक में सामाजिक न्याय एवं उद्यानिकी मंत्री श्री नारायण सिंह कुशवाह, ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, सांसद श्री भारत सिंह कुशवाह , राज्यसभा सांसद श्री अशोक सिंह , महापौर डॉ. शोभा सिकरवार, विधायकगण श्री मोहन सिंह राठौर, डॉ. सतीश सिकरवार व श्री साहब सिंह गुर्जर, भाजपा जिला अध्यक्ष श्री जयप्रकाश राजौरिया, संभाग आयुक्त श्री मनोज खत्री , परियोजना संचालक लोक स्वास्थ्य व चिकित्सा एवं अध्यक्ष स्वाशासी समिति श्री नीरज सिंह , कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान व मेडीकल कॉलेज के अधिष्ठाता डॉ. आर के एस धाकड़ सहित सामान्य परिषद के अन्य सदस्यगण एवं मेडीकल कॉलेज के विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष मौजूद थे।
उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने मेडीकल कॉलेज भवन , कमलाराजा अस्पताल , टी.बी अस्पताल ,न्यूरोसर्जरी व न्यूरोलॉजी के भवनों का जीर्णोद्धार तथा एडमिन ब्लॉक, नवीन सभागार , चिकित्सकों व स्टाफ के लिए आवासीय परिसर, नर्सिंग कॉलेज व नर्सिंग हॉस्पिटल एवं सीनियर गर्ल्स हॉस्टल के नवीन भवनों के निर्माण के लिए विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इन कामों को जल्द से जल्द मंजूरी दिलाई जाएगी। श्री शुक्ल ने जे.ए.एच के पुराने भवन का जीर्णोद्धार कराने की बात भी कही। इससे पहले उन्होंने मेडीकल कॉलेज एवं जेएएच समूह की आवश्यकताओं व प्रस्तावित प्रोजेक्ट के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी ली। कमलाराजा अस्पताल की क्षमता बढ़ाने का निर्णय भी बैठक में हुआ है। श्री शुक्ल ने सभी प्रोजेक्ट की डीपीआर में पार्किंग का पर्याप्त प्रावधान करने के लिए भी कहा।
सामान्य परिषद की बैठक में उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि जेएएच समूह की सीवर समस्या के समाधान के लिए प्रस्ताव तैयार करें। इस काम के लिए नगरीय विकास विभाग से धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी।
बैठक में मंत्री द्वय श्री कुशवाह व श्री तोमर, सांसद श्री कुशवाह व श्री अशोक सिंह विधायकगण श्री राठौर, श्री सिकरवार व श्री गुर्जर ने भी स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार के लिए उपयोगी सुझाव दिए। मंत्री श्री कुशवाह ने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र लक्ष्मीगंज में अल्ट्रा साउण्ड सेवा को सुचारू कराने के लिए कहा। ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने कमलाराजा अस्पताल का विस्तार व यहाँ की पीडियाट्रिक यूनिट की क्षमता बढाने, ट्रॉमा सेंटर को बेहतर बनाने और जेएएच समूह के खाली पदों की पूर्ति करने का आग्रह किया। विधायक श्री राठौर ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भितरवार में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार करने का आग्रह इस अवसर पर किया।
सामान्य परिषद की बैठक में मौजूदा वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए अनुमानित बजट प्रस्तावों का अनुमोदन किया गया। इस वित्तीय वर्ष के लिए 2450 लाख रूपय का अनुमानित व्यय अनुमोदित हुआ है।खाली पद भरने के लिए वॉक इन इंटरव्यू जारी रखें
उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने मेडीकल कॉलेज के डीन को निर्देश दिए कि मेडीकल कॉलेज में स्वीकृत प्राध्यापक व सहायक प्राध्यापकों के खाली पद भरने के लिए लगातार वॉक इन इंटरव्यू कराएं। साथ ही सुपर स्पेशिलिटी सहित अन्य विभागों में जरूरत के मुताबिक पद स्वीकृत कराएं। उन्होंने जानकारी दी कि प्रदेश भर में पदों की पूर्ति के लिए सरकार द्वारा चिकित्सकों के 3500 एवं पेरा मेडीकल स्टाफ के 10 हजार पदों की भर्ती की जा रही है। अक्टूबर माह तक यह भर्ती प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
मरीजों एवं अटेण्डर का हो स्वागत उन्हें भटकना न पड़े
उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि इलाज के लिए जेएएच समूह आने वाले मरीजों एवं उनके अटेण्डर को अस्पताल पहुँचते ही ऐसा महसूस होना चाहिए कि यहाँ पर उनका स्वागत हो रहा है। उनके प्रति स्टाफ का व्यवहार संवेदशील हो और उन्हें इलाज के लिए भटकना न पड़े। ऐसी व्यवस्था बनाई जाए, जिससे भर्ती की प्रक्रिया जल्द से जल्द पूर्ण होकर और इलाज शुरू हो जाए। उन्होंने अस्पताल परिसर में मरीजों के आवागमन के लिए जल्द से जल्द टेंडर प्रक्रिया पूर्ण कर वाहन सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए।
वेतन संबंधी समस्याएं भी जल्द हल की जाएंगी
उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने सुपर स्पेशिलिटी के चिकित्सकों को आश्वस्त किया कि उनकी वेतन विसंगति संबंधी समस्या का जल्द निदान किया जाएगा। उन्होंने सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल में चिकित्सकों के पदों की पूर्ति के लिए प्रभावी प्रयास करने के निर्देश बैठक में दिए।
जिला चिकित्सालय, सीएचसी व पीएचसी की सेवाओं को भी सुदृढ़ करें
उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने जिला चिकित्सालय, सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थय केन्द्र एवं उप स्वास्थ्य केन्द्र स्तर तक बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने पर विशेष बल दिया। उन्होंने कहा कि इन स्वास्थ्य संस्थाओं की सेवाएं सुदृढ़ होने से जेएएच समूह पर कम दबाव आएगा। उन्होंने कहा स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों की सेवाओं को मजबूत करने के लिए सरकार द्वारा हर संभव सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है।
बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने में टेलीमेडिसिन सुविधा मील का पत्थर साबित होगी- उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल
हजार बिस्तर अस्पताल में उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने किया टेलीमेडिसिन हब का शुभारंभ
ग्वालियर, 19 अप्रैल, 2025/ ग्वालियर जिले के सुदूर क्षेत्र में स्थित सरकारी अस्पताल में बैठे जरूरतमंद मरीजों को जेएएच समूह ग्वालियर के विशेषज्ञ चिकित्सकों की सीधी सलाह मिल सकेगी । इस आधार पर स्थानीय अस्पताल के माध्यम से जरूरी जाँचें हो सकेंगी और दवाएं उपलब्ध कराकर उनका इलाज हो सकेगा। यह सब सरकार द्वारा शुरू की गई टेलीमेडिसिन सुविधा के माध्यम से संभव होगा। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य व चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने शनिवार को हजार बिस्तर अस्पताल में फीता काटकर टेलीमेडिसिन सेंटर (हब) का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि ग्रामीण एवं दूरस्थ क्षेत्रों मे निवासरत जरूरतमंद मरीजों को उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने में टेलीमेडिसिन सुविधा मील का पत्थर साबित होगी।
टेलीमेडिसिन हब के शुभारंभ कार्यक्रम में सामाजिक न्याय एवं उद्यानिकी मंत्री श्री नारायण सिंह कुशवाह, ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर , सांसद श्री भारत सिंह कुशवाह, विधायक श्री मोहन सिंह राठौर व भाजपा जिला अध्यक्ष श्री जयप्रकाश राजौरिया सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं मेडीकल कॉलेज के डीन डॉ. आर के एस धाकड़ मौजूद थे।
उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा टेलीमेडिसिन सुविधा के माध्यम से दूरस्थ क्षेत्र के मरीजों को विशेषज्ञ चिकित्सकों का परामर्श मिल सकेगा। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विशेषज्ञ चिकित्सक बेहतर इलाज के लिए मरीजों को परामर्श देंगे। उन्होंने कहा यह सुविधा उपलब्ध कराने के लिए जिला चिकित्सालयों एवं मेडीकल कॉलेजों से मेपिंग कर सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों से जोड़ा जा रहा है।
ग्वालियर के हजार बिस्तर अस्पताल में शुरू हुए टेलीमेडिसिन हब से ग्वालियर सहित संभाग के अन्य जिलों के सरकारी अस्पताल भी जोड़े गए हैं। यह सुविधा शुरू हो जाने से मरीजों को बार-बार ग्वालियर तक आने की जरूरत नहीं रहेगी। जरूरत होने पर चिकित्सकों द्वारा उन्हें उच्च चिकित्सा के लिए बुलाया जाएगा।
गजराराराजा चिकित्सा महाविद्यालय ग्वालियर की यह दसवी सामान्य परिषद की बैठक ऐतिहासिक रही। पहली बार किसी अधिष्ठाता के द्वारा माननीय उपमुख्यमंत्री जी के मार्गदर्शन में चिकित्सा महाविद्यालय के चिकित्सक व नर्सिंग छात्रों, चिकित्सकों एवं मरीजों के हितों से संबंधित एक साथ इतनी संख्या में महत्वपूर्ण निर्माण एवं अन्य प्रोजेक्ट्स को एजेंडा में सम्मिलित किया गया व सभी प्रस्तावों पर सामान्य परिषद द्वारा सहमति प्रदान की गई।