1.88 करोड़ की ठगी: वाराणसी में महिला से ‘ASK इन्वेस्टमेंट’ के नाम पर बड़ा साइबर फ्रॉड
वाराणसी, 25 अप्रैल:
शेयर बाजार में मुनाफे का सपना दिखाकर साइबर जालसाजों ने वाराणसी के सिगरा क्षेत्र की एक महिला से 1.88 करोड़ रुपये की ठगी कर डाली। 24 दिनों में धीरे-धीरे अकाउंट पूरी तरह खाली कर दिया गया। पीड़िता ने साइबर क्राइम थाने में केस दर्ज कराते हुए कार्रवाई की मांग की है।
कैसे हुआ फ्रॉड?
पीड़िता ने बताया कि 2 मार्च 2025 को इंस्टाग्राम पर ‘ASK Investment’ नाम का विज्ञापन देखा। उस लिंक पर क्लिक करने के बाद वह एक व्हाट्सएप ग्रुप ‘ASK हेल्प डेस्क’ से जुड़ी। ग्रुप में निवेश के लेक्चर दिखाए गए और ‘ASK’ नाम का एक एप प्लेस्टोर से डाउनलोड कराया गया।
शुरुआत में ऐप पर मुनाफा दिखाया गया, जिससे महिला को विश्वास हो गया। धीरे-धीरे महिला ने अलग-अलग बैंक खातों में कई ट्रांजेक्शन के माध्यम से कुल 1.88 करोड़ रुपये निवेश कर दिए। जब प्रॉफिट निकालने की बारी आई, तो उसे पैसा देने से इनकार कर दिया गया।
पीड़िता ने बताया कि इस धोखाधड़ी के चक्कर में उसने रिश्तेदारों और परिचितों से पैसे लेकर, यहां तक कि अपनी FD तोड़कर भी निवेश कर दिया। अब वह पूरी तरह आर्थिक संकट में है।
साइबर क्राइम थाना प्रभारी निरीक्षक विजय नारायण मिश्रा ने बताया कि सभी बैंक खातों, मोबाइल नंबरों, एप और सोशल मीडिया लिंक की जांच की जा रही है।
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इन्वेस्टमेंट फ्रॉड से कैसे बचें? – साइबर एक्सपर्ट जय प्रकाश सिंह की चेतावनी
इस घटना को लेकर साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ जय प्रकाश सिंह ने कहा:
> “शेयर मार्केट और ऑनलाइन निवेश के नाम पर हर दिन नए-नए फ्रॉड हो रहे हैं। सोशल मीडिया और अनजान एप्स पर भरोसा करना भारी नुकसान का कारण बन सकता है।”
निवेश धोखाधड़ी के बदलते रूप और उनसे बचने के उपाय:
1. सोशल मीडिया पर दिखने वाले विज्ञापन से सतर्क रहें:
Instagram, Facebook या YouTube पर आने वाले इन्वेस्टमेंट एड के झांसे में न आएं।
किसी भी लिंक पर क्लिक करने से पहले उसकी वैधता जांचें।
2. फर्जी एप्स से सावधान:
प्लेस्टोर पर दिखने वाला हर एप सुरक्षित नहीं होता।
एप की रेटिंग, डेवलपर और रिव्यू ज़रूर जांचें।
3. SEBI रजिस्टर्ड बताकर भी हो सकती है ठगी:
केवल SEBI रजिस्ट्रेशन देखकर भरोसा न करें।
SEBI की वेबसाइट पर जाकर कंपनी की प्रामाणिकता जांचें।
4. व्हाट्सएप और टेलीग्राम ग्रुप से इन्वेस्टमेंट सलाह न लें:
जो ग्रुप ‘गैरेन्टीड रिटर्न’ या रोज़ कमाई का दावा करे, वो निश्चित रूप से फर्जी होता है।
5. ‘पैसा निकालने के लिए और पैसा डालो’ वाला जाल:
यह आम फ्रॉड तरीका है जिसमें शुरुआत में थोड़ा पैसा वापस देकर भरोसा जीता जाता है।
याद रखें, पैसा निकालने के लिए कभी पैसा देना नहीं पड़ता।
6. OTP या आधार-पैन की जानकारी किसी के साथ साझा न करें:
चाहे वह खुद को बैंक अधिकारी या निवेश विशेषज्ञ बताए, कोई भी निजी जानकारी न दें।
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जय प्रकाश सिंह की सलाह:
> “आज इन्वेस्टमेंट फ्रॉड सिर्फ अनपढ़ लोगों तक सीमित नहीं है। पढ़े-लिखे, टेक्नोलॉजी से जुड़े लोग भी इसका शिकार हो रहे हैं। इसलिए हर कदम पर सतर्क रहें, खासकर तब जब कोई व्यक्ति या संस्था बिना मांग किए निवेश के लिए खुद आपसे संपर्क करे।”
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निष्कर्ष:
इस घटना ने एक बार फिर साबित किया कि ऑनलाइन मुनाफे के लालच में सतर्कता जरूरी है। निवेश करने से पहले पूरी जानकारी लें, और किसी भी संदेह की स्थिति में तुरंत साइबर हेल्पलाइन 1930 या www.cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट करें।
कुलदीप खरे
रिपोर्टर
प्रयागराज यू पी