
पत्रकार राजेंद्र प्रसाद यादव
बैतूल जिले भर में आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है तथा ग्रामीण क्षेत्रों में मजदूरों का आय का साधन तेंदूपत्ता महुआ गुल्ली गुठली इत्यादि है इसी के तहत वन विद्यालय बैतूल में कार्यशाला हुई इसमें सभी डियोफो एसडीओ रेंजर डिप्टी वनरक्षक प्रबंधक क्रेता प्रतिनिधि शामिल हुए समितियां के सदस्य और पदाधिकारी भी मौजूद रहे कार्यशाला में वर्णन हुए कि बीते साल में तेंदूपत्ता संग्रहण में सभी समितियां में बढ़ोतरी हो रही है एमडी मध्य प्रदेश राज्य लघु वनोपज संघ विभाग के विभाष कुमार ठाकुर ने कहा बैतूल जिले में जलवायु तेंदूपत्ता उत्पादन के लिए अनुकूल है और हर साल तेंदूपत्ता का उत्पादन और संग्रहण बढ़ रहा है एमडी विभाष ठाकुर ने बताया कि प्रदेश में सबसे अधिक तेंदूपत्ता सिंधी और सिंगरौली में होता है तथा दूसरे नंबर पर बैतूल के जंगलों में भी बेहद अच्छी क्वालिटी का तेंदूपत्ता होता है एमडी साहब ने बताया कि 2025 26 के लिए 16.64 लाख मानक बोरा तेंदूपत्ता संग्रहण का लक्ष्य रखा है इस दौरान क्रेता क्रेता प्रतिनिधि ने पक्ष रखते हुए कहा कि पेशा एक्ट फंड होने से ठेकेदार को परेशानी का सामना करना पड़ता है पैसा एक्ट फड़ों पर नगद पैसा देना पड़ता है जिससे काफी दिक्कत होती है और कई फंड पर हमें 10 बाय 10 के चट्टे नहीं मिलते हैं जिससे गिनती करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है इसलिए नोडल अधिकारी प्रबंधक साहब फंड अभी रक्षक से आग्रह किया की 10 बाई 10 के चट्टे लगवाए तथा बीड़ी बनने योग्य 50 पत्तेपूरे रखें एवं पानी की व्यवस्था अनुसार फंड लगे तथा काली मिट्टी में फंड न लगे तथा क्रेता तथा अधिकारी ताल मेल से कार्य करें तथा इस बार बैतूल में पश्चिम वन मंडल के चार समितियां अंबा इंटरप्राइजेस सिवनी मालवा बडनेरा वाले क्रेता रमेश असरानी को मिला है जिसमें रेट भी हाई है चार समितियां नादा पाट भीमपुर तावड़ी समितियां है तेंदूपत्ता संग्रहण के लिए मैनेजर राजेंद्र प्रसाद यादव है अब देखने वाली बात यह है की मौसम सीजन में किस प्रकार का रुख दिखाता है तेंदूपत्ता मई माह के पहले या दूसरे सप्ताह में तुडाई का कार्य चालू होने की संभावना है।