
फार्मासिस्ट मानस रंजन त्रिपाठी, जो नुआपाड़ा जिले के महाकुमा शिव शक्ति नगर स्थित अपने घर से 8 तारीख से लापता थे, का शव अगले दिन छत्तीसगढ़ राज्य के कोमाखान थाना अंतर्गत कासेकेरा-तांगोपानी सड़क के किनारे एक खेत में मिला, उनके चेहरे और हाथ टेप से बंधे हुए थे। कोमाखान पुलिस (छत्तीसगढ़) ने शव बरामद कर पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया। पिछले महीने 23 अप्रैल 2025 को उनकी शादी हुई थी। शादी के दो हफ्ते बाद ही हुई इस घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। उपरोक्त क्षेत्र की पुलिस ने हत्या मानकर मामला दर्ज कर जांच की। कोमाखान पुलिस को शव बरामद करने के 48 घंटे से भी कम समय में सफलता मिल गई है। घटना की जांच कर रही पुलिस को मानस की हत्या के बारे में सुराग मिले और महुलभट्टा से एक नाबालिग के साथ गणपत दंडसेना (27), महुलभट्टा निवासी परशु दंडसेना (20) और झज्जर के वार्ड नंबर 1 निवासी सरोज दंडसेना (24) को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने एक टबेरा कार नंबर – ओ डी-26ए-2700, तीन मोबाइल फोन, मृतक की बाइक और दवाइयों का बैग बरामद किया। कोमाखान पुलिस के टाउन इंस्पेक्टर नितेश सिंह ठाकुर अपनी टीम के साथ मेहुलभाटा पहुंचे और आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद हत्या का सीन रिक्रिएट किया। आरोपियों ने कथित तौर पर पैसे ऐंठने के इरादे से मानस को सुखसागर नामक एक रेस्तरां में बुलाया, उसके चेहरे और हाथों को सेलोटेप से बांध दिया और उसे सीमा पुलिस स्टेशन ले गए, जहां उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी गई। कोमाखान पुलिस सूत्रों ने बताया कि तीनों आरोपियों को कल अदालत में पेश किया जाएगा और नाबालिग को किशोर सुधार गृह भेजा जाएगा।
ओडिशा टिटिलागढ़ से संतोष कुमार पटनायक रिपोर्टइंडिया टीवी एनवेस