
खबर सहारनपुर के गंगोह से
ग्राम खंडलाना में प्रधानमंत्री सड़क योजना ने तोड़ा दम-
15 वर्षों से संपर्क मार्ग सड़कों पर नहीं हुआ कोई कार्य,जेहरा में बनें ईट भट्टे से सड़क पूरी तरह क्षतिग्रस्त
गंगोह (सहारनपुर) केंद्र सरकार द्वारा चलाई गई प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) के अंतर्गत, असंबद्ध ग्रामीण क्षेत्रों को बारहमासी सड़कों से जोड़ने का लक्ष्य है, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में आवागमन सुगम हो सके और लोगों को विभिन्न सेवाओं लाभ मिल सके लेकिन विभागीय भ्रष्टाचार के चलते यह योजना ग्राम खडलाना में दम तोड़ती नजर आ रही है।
योजना का मुख्य उद्देश्य था
ग्रामीण क्षेत्रों को सड़को से जोड़ना योजना का मुख्य उद्देश्य 500 और उससे अधिक आबादी वाले गांवों को सभी मौसम में चलने वाली सड़कों से जोड़ना है।
ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क संपर्क स्थापित करने से आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलता रहे।ग्रामीण जीवन में सुधार
सड़क संपर्क से ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की जीवनशैली में सुधार होता है, क्योंकि इससे स्कूल, अस्पताल और अन्य आवश्यक सेवाओं तक पहुंच आसान हो
सड़कों के निर्माण के लिए केंद्र सरकार राज्य सरकारों को वित्तीय सहायता प्रदान करती है रहती है।सड़क निर्माण की गुणवत्ता सड़कों के निर्माण में गुणवत्ता बनाए रखने के लिए सख्त दिशा-निर्देश और मानकों का पालन मात्र कागजो तक ही किया जाता है।लेकिन विकासखंड गंगोह के ग्राम खडलाना में होता नजर नहीं आ रहा।जिसकी आबादी करीब 10 हजार गांव से गांव को जोड़ने वाले प्रमुख मार्गों पर पिछले 15 वर्षों से धरातल पर कोई कार्य नहीं हुआ जिससे ग्रामीणों काफी में रोष व्याप्त है।
बताते चलें खंडलाना से रादौर मार्ग पूरी तरह से जीर्ण-शीर्ण अवस्था पड़ा है। जिस पर एक-एक फिट के गहरे गड्ढे बन गए हैं जिस पर कई बार वाहन चालकों के वहां तक पलट जाते हैं वहीं दूसरी ओर इसी गांव से ईसोपुर कलालटी करनाल निकलने वाला मार्ग भी पूरी तरह टूट चुका है जिसका मुख्य कारण ग्राम खडलाना की सीमा ग्राम जेहरा पर लगा ईटों का भट्टा है। की वजह से जहां 2 किलोमीटर की सड़क पर धूल उड़ती है। वही काली सड़क पर बहुत ज्यादा मिट्टी गिरने के कारण वह सड़क भी पूरी तरह टूट गई जिस पर आलम यह है। हल्की बूंदे आने पर एक- एक फिट कीचड़ जमा होने से लोग फिसल कर गिरते हैं। बताया जाता है कि यह सड़क प्रधानमंत्री सड़क योजना के अंतर्गत बनाई गई है। लेकिन ईट बनाने के लिए खेतों से निकलकर मिट्टी इकट्ठी की जाती है। और वही ट्रैक्टर ट्रालियों से ढुलाई के समय मिट्टी करीब दो किलोमीटर के दायरे में गिरकर ने के कारण काली तारकोल वाली सड़क को पूरी तरह नष्ट कर दिया,हल्की बारिश होने पर लोग सड़कों पर फिसल कर गिरते रहते हैं।
बताया जाता है कि यह सब विभागीय मिली भगत एवंम दबंग राजनीति के चलते हो रहा है। वहीं ग्राम खंडलाना से ग्राम जेहरा को जाने वाली सड़क भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त है।ग्राम खंडलाना के पूर्व ग्राम प्रधान सतीश शर्मा , मुकेश नवीन राजकुमार, योगेंद्र ,अनिल कुमारआदि ने बताया ग्रामीणों ने इसका कई बार विरोध किया लेकिन दबंग राजनीति के चलते संबंधित अधिकारियों ने इसकी और कोई ध्यान नहीं दिया।
रिपोर्ट रमेश सैनी सहारनपुर इंडियन टीवी न्यूज़