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ब्यूरो चीफ. करन भास्कर चन्दौली उत्तर प्रदेश
चन्दौली /वाराणसी :। पिछले दो दिनों की वृद्धि के बाद गंगा का जलस्तर शुक्रवार को स्थिर हो गया। केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार गंगा का जलस्तर 61.57 मीटर रहा। पिछले दो दिनों तक 10 मिलीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से पानी बढ़ रहा था। इसकी वजह से जलस्तर 61 मीटर से ऊपर पहुंच गया। इससे कई घाटों की सीढ़ियां डूब गईं। इससे लोग सशंकित हो उठे थे। एक सप्ताह पूर्व गंगा के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हुई थी। पानी बढ़ने से कई घाटों की सीढ़ियां डूब गईं। वहीं बीच में पड़ी रेत भी ढंक गई। पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में बारिश की वजह से गंगा में पानी बढ़ा था। बुधवार और गुरुवार को भी जलस्तर में वृद्धि देखी गई। पानी मामूली रफ्तार से बढ़ रहा था, लेकिन शुक्रवार को जलस्तर स्थिर हो गया। वाराणसी में इस समय गंगा खतरे से बिंदु से लगभग 10 मीटर नीचे बह रही हैं। ऐसे में घबराने की आवश्यकता नहीं है। यहां गंगा का चेतावनी बिंदु 70.262 मीटर, खतरे का बिंदु 71.262 मीटर है। अब तक 1978 में गंगा में सबसे भीषण बाढ़ आई थी, जब जलस्तर 73.901 मीटर पर पहुंच गया था।एक सप्ताह पूर्व गंगा के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हुई थी। पानी बढ़ने से कई घाटों की सीढ़ियां डूब गईं। वहीं बीच में पड़ी रेत भी ढंक गई। पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में बारिश की वजह से गंगा में पानी बढ़ा था। बुधवार और गुरुवार को भी जलस्तर में वृद्धि देखी गई। पानी मामूली रफ्तार से बढ़ रहा था, लेकिन शुक्रवार को जलस्तर स्थिर हो गया।