नरेश सोनी
इंडियन टीवी न्यूज नेशनल
ब्यूरो चीफ हजारीबाग।
इचाक में पंजी-2 चोरी: अरबों के फर्जीवाड़े का खेल और जनता का बढ़ता आक्रोश
हजारीबाग: जिले के इचाक प्रखंड में पंजी-2 (रजिस्टर-2) की चोरी का मामला वर्षों बाद भी अनसुलझा है, और अब यह प्रखंड में हजारों एकड़ जमीन के करोड़ों-अरबों के फर्जीवाड़े का केंद्र बन गया है. दो बार पंजी-2 चोरी होने और कई आंदोलनों के बावजूद, आज तक इस मामले का कोई ठोस निष्कर्ष नहीं निकला है, जिससे स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है.
यह मामला तब और गंभीर हो जाता है जब चोरी के आरोप में कुछ सरकारी कर्मचारी और स्थानीय दलालों के नाम सामने आते हैं. 2018 में हुए बड़े आंदोलन के बाद, तत्कालीन उपायुक्त ने विशेष जांच दल (SIT) का गठन भी किया था, लेकिन हैरानी की बात है कि इतने वर्षों बाद भी SIT की जांच का कोई परिणाम सामने नहीं आया है.
सूत्रों के अनुसार, पंजी-2 की चोरी के बाद कई दलाल इस स्थिति का फायदा उठाकर अरबों रुपये का खेल कर रहे हैं. इन दलालों पर फर्जी दस्तावेज बनाकर जमीन हड़पने का आरोप है, जिससे इचाक की जनता में भारी रोष है. स्थानीय लोगों का कहना है कि एक सरकारी दस्तावेज की चोरी को इतनी बार लीपापोती क्यों की जा रही है? यह अब बर्दाश्त से बाहर है.
इचाक की जनता अब स्पष्ट कर चुकी है कि वे जमीन के इस फर्जीवाड़े में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शेंगे नहीं. अपनी संपत्ति बचाने और न्याय सुनिश्चित करने के लिए अब इचाक में एक बड़े आंदोलन की रूपरेखा तैयार हो चुकी है. स्थानीय लोगों का कहना है कि जल्द ही इस आंदोलन का निष्कर्ष देखने को मिलेगा और जमीन के फर्जीवाड़े में संलिप्त लोगों को उनके अंजाम तक पहुंचाया जाएगा.
यह देखना होगा कि जनता के इस बढ़ते आक्रोश और आगामी आंदोलन का सरकारी तंत्र पर क्या प्रभाव पड़ता है और कब तक इचाक की जमीन से जुड़े इस बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हो पाता है.