Follow Us

नगर के दो चर्चित युवा कवियों की काव्य कृतियों का हुआ विमोचन

शिवपुरी/करैरा आनन्द शर्मा

डीआईजी श्री खत्री एवं एसडी एम श्री शुक्ला ने दोनों पुस्तकों का किया विमोचन।
करेरा- नगर के युवा ओर चर्चित कवि प्रमोद भारती एवं कवि सौरभ तिवारी सरस” की अलग-अलग काव्य संग्रहों का विमोचन आज राम राजा गार्डन सभागार में आइटीबीपी के डीआईजी श्री खत्री एवं एसडी एम दिनेश शुक्ल द्वारा किया
गया। इस दौरान वरिष्ठ साहित्यकार ,राजनेता,अधिकारी,सामाजिक कार्यकर्ता, गणमान्य लोग इस विमोचन कार्यक्रम के साक्षी बने। सर्वप्रथम मां वीणा वादिनी के दीप पूजन के पश्चात मां सरस्वती वंदना का वाचन वरिष्ठ कवि पीडी शर्मा ने किया। कवि सौरव तिवारी ने अपने काव्य संग्रह” सूरज नहीं ढला करता है ” जो इनका पहला काव्य संग्रह होकर इसमें जिन काव्य रचनाओं का समावेश इस काव्य कृति में निहित काव्य रचनाओं में बहुत ही भावुक,, संवेदनशील ओर मानवीय,श्रंगार,जज्बाती समेत अन्य पक्षों को बेहतरीन तरीकों से शब्द देकर अपनी कविताओं में समीचीन किया है।
वहीं युवा लोकप्रिय कवि प्रमोद भारती ने”” तुम्हारी बस्ती में”” नामक काव्य संग्रह में अनेक कविताओं को रचित किया है। काव्य संग्रहों के विमोचन कार्यक्रम में मंचासीन जहां डी आई जी आई टीबीपी मुख्य अतिथि श्री सुरेन्द्र खत्री समेत उनकी धर्म पत्नी श्रीमती खत्री भी रहीं जो स्वयं भी काव्य साहित्यकार हैं ,कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे एसडीएम दिनेश चंद्र शुक्ला सहित नगर पंचायत अध्यक्षा श्रीमती शारदा रावत समेत केंद्रीय विद्यालय के प्राचार्य डी एल मीना, श्रीमती खत्री ,महाविद्यालय प्राचार्य श्री बंसल, वरिष्ठ कवि घनस्याम योगी, शिवपुरी से पधारे साहित्यकार अवधेश सक्सेना ,ब्राह्मण समाज के प्रमुख विनय दुबे समेत समाजसेवी भोगीलाल विलैया भी मोजूद रहे। ज्ञात हो की कवि प्रमोद भारती की यह ग्यारवीं काव्य पुस्तक का विमोचन है वहीं कवि सौरभ तिवारी सरस की यह पहली काव्य कृति है।
कवि सौरभ तिवारी जिले के यूं एन आई के मूर्धन्य पत्रकार रहे स्वर्गीय सुरेंद्र तिवारी के पुत्र हैं जो शासकीय सेवा में फॉरेस्ट विभाग में शासकीय सेवारत होकर भी काव्य सरोकारों में गहरी रुचि रखते हैं। इस कार्यक्रम में जहां कवि प्रमोद भारती के पिता श्री हरी शरण गुप्त साथ ही कवि सौरभ तिवारी की मां श्रीमती शरद तिवारी समेत नगर के सामाजिक कार्यकर्ता,साहित्यकार, कवि,,अधिकारी,गणमान्यजन समेत आत्मीयजन भी मोजूद रहे।

Leave a Comment