रीवा:- मामला रीवा शहर से सटे ग्राम कोस्टा का है जिसे उत्कृष्ट ग्राम का दर्जा प्राप्त

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रीवा:- मामला रीवा शहर से सटे ग्राम कोस्टा का है जिसे उत्कृष्ट ग्राम का दर्जा प्राप्त है विकास कार्य यहीं से ही शुरू हो जाते हैं मतलब कोस्टा और रीवा के बीच से शुरू हो जाता है ऐसा ही मामला एक आया है बिजली विभाग से जहां पर ग्राम कोष्टा से पुरैना की ओर 11000 लाइन बिछाई जा रही है और अनियमितताएं इतनी हो रही हैं अनदेखी इतनी हो रही है की विभाग को यह तक नहीं दिखाई दे रहा है की किसके घर के ऊपर से जा रही है किस के मंदिर के ऊपर से जा रही है विद्यालय के ऊपर से जा रही है या सड़क के ऊपर से जा रही बस उनको अपना काम पूरा करना है और विकास को गतिशील नाम का दर्जा या तमगा दिलवाना है ताकि चुनाव आने तक समस्त ग्राम वासियों को विद्युत की चपेट में लाकर बिजली पहुंचाने का तमगा प्राप्त कर लिया जाए यह विकास नहीं मौत के मुंह में धकेलना है विकास अगर इसी को कहते हैं तो ऐसा विकास नहीं चाहिए विकास का आनंद जीते जी मिलना चाहिए मरणोपरांत बिजली पाकर क्या करेंगे और बिजली पाना यानी लाइट जलाना है मौत को स्वीकार करना नहीं जब इस विकास कार्य के बारे में बात किया गया तो इंजीनियर ने विकास पुरुष का हवाला देते हुए कहा की यह सब विकास पुरुष की विकास की गतिशील गतिविधियां हैं इसके आगे कोई नहीं आ सकता जिसको शिकायत करना है कर दो जिसको कंप्लेन करना है कर दो इससे कोई प्रभाव नहीं पड़ता लेकिन भविष्य में इसका प्रभाव लोगों को अपनी जान देकर चुकता करना पड़ेगा और इंजीनियर द्वारा सिर्फ निवासियों को झूठा आश्वासन देकर लाइन खिंचवाई जा रही है और तकरीबन चालू भी हो गई है जबकि आश्वासन भी दिया जा रहा था कि जो प्रभावित क्षेत्र है उससे खंभे को दूर किया जाएगा जबकि ऐसा कुछ नहीं हुआ लाइन चालू कर दी गई है यह अंधा कानून और अंधी सियासत हमें नहीं चाहिए हमें चाहिए न्याय और संविधान के अनुरूप कार्य लेकिन ऐसा कुछ नहीं हो रहा है|

संवाददाता रिपोर्टर राजीव तिवारी

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