
- *शहडोल* *विधायक शरद कोल ने लगाई चौपाल,02 सैकड़ा ग्रामीणों की समस्याओं से हुए रूबरू।*
समस्याओं के निदान हेतु कलेक्टर से की चर्चा।
शहडोल। जिला अंतर्गत ब्यौहारी के लोकप्रिय विधायक शरद कोल आज अपने कार्यालय में विभिन्न गांवो से आए हुए परेशानजदा ग्रामीणों से करीब 08,,,, 10 घंटे चर्चा की और उनकी परेशानियों से रूबरू हुए।
श्री कोल ने वन,,टू,,, वन ग्रामीणों से चर्चा की, उनके दुख सुख के संबंध से परिचित हुए ।
इस दौरान कई ग्रामीणों ने अपनी व्यथा बताते हुए उनसे कहा कि साहब हमारे गांव में बड़े साहब आए थे, उन्होंने बताया था कि सरकार भू अभिलेख शुद्धिकरण के लिए चिंतित है, आपकी जो भी समस्या होगी वह हर हालत में सुनी जाएगी और उनका समय पर निदान भी किया जाएगा।
ग्रामीणों ने एक स्वर में बताया कि ना तो पटवारी सुनता है ,ना आरआई सुनता है ,जब तहसीलदार के कार्यालय जाते हैं तो संबंधित बाबू उन्हें 04,,,,06 घंटे बैठाने के बाद कल आने के लिए बोलता है। ऐसे में हमारी दिनभर की मजदूरी भी खत्म हो जाती है और आर्थिक परेशानी भी होती है।
बॉक्स में लगाएं।
तत्काल कलेक्टर से की चर्चा ।
ब्यौहारी के ग्राम समान ,बुढ़वार, कुमिया, सतनी, जगमल आदि करीब एक दर्जन ग्रामों से आए हुए 02 सैकड़ा ग्रामीणों की परेशानी सुन कर विधायक शरद कोल काफी दुखी हुए।उन्होंने तत्काल शहडोल कलेक्टर श्रीमती वंदना वैद्य से चर्चा की ,उन्हें अवगत कराया कि मेरे कार्यालय में करीब 02 सैकड़ा ग्रामीण बैठे हैं, जो बड़ी मुश्किल से दिन भर मजदूरी के बाद भोजन कर पाते हैं।
श्री कौल ने बताया कि ग्रामीणों की सर्वाधिक परेशानी नामांतरण, ऋण पुस्तिका का ना मिलना, सीमांकन, बटन वारा आदि को लेकर है। ग्रामीण जब अपनी परेशानी को लेकर पटवारी ,आरआई व तहसीलदार के पास जाते हैं तो उन्हें संतोषजनक उत्तर नहीं मिल पाता।
श्री कौल ने यह भी बताया कि भू अभिलेख शुद्धिकरण के लिए कमिश्नर द्वारा संबंधित अधिकारियों को साफ तौर पर निर्देशित किया गया है, उसके बावजूद भी भू अभिलेख शुद्धिकरण ना होना कमिश्नर के निर्देशों को पलीता लगाने की श्रेणी में आता है। ऐसे परेशान ग्रामीणों की पूरी जानकारी बनाकर आपके पास एक-दो दिन में भेजूंगा आपसे आग्रह है कि ग्रामीणों की सभी समस्याओं का निदान किया जाए।
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परेशानियों की सूची बनाकर कराएंगे अवगत।
विधायक श्री कौल ने अपने अधीनस्थ अमले को एक सूची बनाने हेतु निर्देशित किया जिसमें व्यक्ति का नाम उसकी समस्या तथा मोबाइल नंबर लिखा जाए इस सूची को तहसीलदार, एसडीएम, कलेक्टर तथा कमिश्नर के पास भी भेजी जाएगी।
ग्रामीणों की समस्याओं से अवगत होने के बाद विधायक ने उन्हें भोजन कराने के बाद उनके गांव भेजने की व्यवस्था की गई।
*ब्यौहारी से सत्यम तिवारी की रिपोर्ट*