जहां सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ एक तरफ गरीबों को पक्के मकान में देने का दावा कर रहे हैं वहीं घोला के ग्राम प्रधान वा ग्राम पंचायत सेक्रेट्री की मिली भगत से अपात्रों को दिया जा रहा आवास योजना का लाभ। वही गरीबों के आवास का बंदर बांट कर रहे पंचायत सेक्रेटी और ग्राम प्रधान। यदि ग्रामवासियों की माने तो विधवा और बुजुर्ग ग्राम प्रधान और पंचायत सेक्रेट्री की गलत मनसा के चलते जुग्गी झोपड़ी में रहने को मजबूर है ग्राम वाशी। कई बार शिकायत कर चुके हैं ग्राम वाशी शिकायतों का नही होता इन पर कोई असर। जांच किए बिना ही शिकायत का कर दिया जाता है समाधान। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री लगाई न्याय की गुहार यदि उनको आवास योजना का लाभ नहीं तो धरने पर बैठने को मजबूर होंगे ग्रामीण।
संजय सिंह की रिपोर्ट लखीमपुर खीरी