दिनारा कस्बे मे खुले पड़े ट्रांसफार्मर करंट लगने की आशंका बनी रहती है
ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली विभाग के कर्मचारी ध्यान नहीं दे रहे हैं इसका खामियाजा ट्रांसफॉर्मरो पर खुले तारों के कारण आए दिन शॉर्ट स्किट की घटनाएं हो रही हैं।
इतना ही नही डीपी के खुले तार होने के कारण कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। तार लूज होने से दुर्घटना घटित हो सकती है। ग्रामीण चित्रों में विद्युत विभाग की घोर लापरवाही का खामियाजा लोग बहुत रहे हैं डीपी के आसपास हरी घास ज्यादा होती है इसके चलते डीपी के पास चरने के लिए जाने वाले मवेशी खुले तारों पर आए दिन चपेट में आ जाते हैं ।
विद्युत विभाग के जिम्मेदार इस समस्या को लेकर गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। दिनारा से लेकर कई गांव में ट्रांसफार्मर खुले पड़े हैं इनमें लगातार नंगे तार लटक रहे हैं आए दिन काभी भी हो सकता है बड़ा हादसा ट्रांसफॉर्मर के नीचे हरी घास होने के कारण पशुओं की मौत हो रही है ट्रांसफार्मर खुले होने के कारण ट्रांसफार्मर की चपेट में ऐसे ग्रामीण भी आ जाते हैं दिनारा में 12 से अधिक ट्रांसफार्मर खुले पड़े हुए हैं जिससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।
ट्रांसफार्मर रखकर विद्युत विभाग आम लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहा है। अधिकांश ट्रांसफार्मरों बिना जालियों के लगे हैं। इनके खुले तार लटक रहे हैं। बरसात के मौसम में हादसों का खतरा और बढ़ जाता है। इसके बाद भी विभाग का इस ओर कोई ध्यान नहीं है।
बिजली विभाग द्वारा ट्रांसफार्मर रखने के लिए तमाम नियम बनाए गए हैं। इनमें ट्रांसफार्मर को चबूतरे पर रखना चाहिए। ट्रांसफार्मर में आने वाली सप्लाई के तारों में गार्डिंग लगी होना आवश्यक है। ट्रांसफार्मर को जाली के घेरे में रखना जरूरी है। लेकिन, विभाग द्वारा नियमों से खिलवाड़कर ट्रांसफार्मर रख दिए गए हैं, जिससे आम लोगों को करंट आने का भय बना रहता है। इसके नजदकी से आने- जाने पर करंट लगने की संभावना बनी रहती है।
दिनारा के हर गली मोहल्ले चौक चौराहों के पास खुले में राखे ट्रांसफार्मर जिसके आस-पास जाली का घेरा नहीं बनाया गया है, केवल खुले में ट्रांसर्फामर लगा दिया है। जिससे आस-पास के लोगों को इसके पास से गुजरने पर करंट का भय बना रहता है। बच्चे भी इन ट्रांसफार्मर की चपेट में आने की संभावना बनी रहती है, जिससे उनकी अधिक देखरेख करनी पड़ती है। यहां पर कई बार जानवरों की करंट की चपेट में आने के कारण मौत हो चुकी है। इसके बाद भी अधिकारी मौन बने हुए हैं। जिससे प्रशासन को बड़ी दुर्घटना का इंतजार बना हुआ है है। जहां पर आम लोगों को करंट का भय बना रहता है।
दिनारा से लेकर आस-पास के 7 से अधिक गांव में भी खुले पड़े हैं ट्रांसफार्मर सेवड़ी कलां आवास अलगी चंदावरा दबरा सेहरया बदरखा
ग्रामीणों का कहना है कि विद्युत विभाग के अधिकारी नहीं करते कोई सुनवाई ट्रांसफार्मरों के नीचे लगी हुई है हरि घास मवेशी इन की ट्रांसफर की चपेट में आ जाने से मवेशियों की हो जाति है मौत ग्रामीण इन ट्रांसफार्मरों की चपेट आ जाने से मौत हो जाती है ग्रामीणों का कहना है कि इन ट्रांसफार्मरों को चबूतरा बनवा कर जाली लगवाने की मांग की है।
आर के जैन इंजीनियर साहब का यह कहना है। की आभी तक ऊपर से कोई आदेश नहीं आए हैं फिर भी हम दिखवा लेते हैं
