कौशिक नाग-कोलकाता जूनियर डॉक्टर आज वापस ले सकते हैं हड़ताल पश्चिम बंगाल के प्रदर्शनकारी जूनियर चिकित्सक शुक्रवार को अपना ‘काम रोको’ अभियान खत्म कर सकते हैं और जल्द सामान्य ड्यूटी शुरू कर सकते हैं. हालांकि, आरजी कर अस्पताल में सहकर्मी महिला प्रशिक्षु चिकित्सक से दुष्कर्म और हत्या मामले में न्याय तथा अस्पतालों में बेहतर सुरक्षा उपायों की मांग को लेकर उनका आंदोलन जारी रहेगा. सूत्रों ने बताया कि बृहस्पतिवार रात को शुरु शासी निकाय की बैठक आज सुबह संपन्न हुई. बैठक में कनिष्ठ चिकित्सकों ने शुक्रवार दोपहर एक रैली निकालने का फैसला किया. इस दौरान वे ‘पूर्ण काम रोको’ अभियान वापस लेने की घोषणा कर सकते हैं. कुछ वरिष्ठ चिकित्सकों ने आम मरीजों की परेशानियों को देखते हुए जूनियर डाॅक्टर से अपना पूर्ण ‘काम रोको’ अभियान वापस लेने का अनुरोध किया था. जूनियर डाॅक्टरों का कहना है कि उनकी मांगों को लागू करने के संदर्भ में राज्य सरकार के लिए एक समय सीमा तय करने की योजना बना रहे हैं, जिसके बाद वे वादे पूरे होने तक ‘‘अनिश्चितकालीन अनशन’’ शुरू करेंगे.उन्होंने कहा, ‘‘खासकर विभिन्न अस्पतालों में चिकित्सकों पर हो रहे हमलों के मद्देनजर हम राज्य सरकार को हमारी मांगों को पूरा करने के लिए एक समय सीमा निर्धारित करने की योजना बना रहे हैं. अगर हमारी मांगें पूरी नहीं होती हैं तो हम आमरण अनशन शुरू करेंगे. सरकारी कॉलेज ऑफ मेडिसिन एंड सागर दत्ता अस्पताल में एक मरीज के परिवार द्वारा चिकित्साकर्मियों पर हमले की घटना के बाद कनिष्ठ चिकित्सकों ने एक अक्टूबर को फिर से ‘काम रोको’ अभियान शुरू किया था.इससे पूर्व कनिष्ठ चिकित्सकों ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में नौ अगस्त को सहकर्मी चिकित्सक से दुष्कर्म एवं हत्या के विरोध में 52 दिन तक काम बंद किया था.हालांकि राज्य के अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श के बाद उन्होंने 21 सितंबर को अपनी हड़ताल समाप्त कर दी तथा सुरक्षा और प्रभावी स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से आवश्यक सेवाएं बहाल कर दीं.