न्यूज रिपोर्टर जीत सैनी
उत्तर प्रदेश में डीएलएड (डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन) के हजारों छात्र-छात्राएं परीक्षा नियामक प्राधिकारी (PNP) द्वारा दूसरे और चौथे सेमेस्टर के परीक्षा परिणाम घोषित न किए जाने से बेहद परेशान हैं। परिणाम में लगातार हो रही देरी और पीएनपी की ओर से कोई भी आधिकारिक सूचना न मिलने के कारण छात्रों का भविष्य अधर में लटका हुआ है।
छात्रों का कहना है कि उन्होंने अपनी परीक्षाएं काफी समय पहले ही दे दी थीं, लेकिन अभी तक परिणाम जारी करने की कोई निश्चित तारीख नहीं बताई गई है। इस अनिश्चितता के कारण वे न तो आगे की पढ़ाई के लिए आवेदन कर पा रहे हैं और न ही शिक्षण संबंधित नौकरियों के लिए खुद को तैयार कर पा रहे हैं।
एक छात्र ने अपनी परेशानी बताते हुए कहा, “हमारा कोर्स पूरा हो चुका है, लेकिन परिणाम न आने से हम कोई भी अगला कदम नहीं उठा पा रहे हैं। पीएनपी को कम से कम एक संभावित तारीख तो बतानी चाहिए।” छात्रों के साथ-साथ कई शिक्षण संस्थान भी पीएनपी के इस रवैये से नाखुश हैं क्योंकि उन्हें भी छात्रों को कोई ठोस जानकारी देने में मुश्किल आ रही है।
डीएलएड कार्यक्रम उत्तर प्रदेश में प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षक बनने के लिए एक महत्वपूर्ण योग्यता है। समय पर परिणाम जारी होना छात्रों के करियर के लिए अत्यंत आवश्यक है। परिणाम में देरी से न केवल उनकी उच्च शिक्षा की योजनाओं पर असर पड़ रहा है, बल्कि आगामी शिक्षक भर्ती परीक्षाओं में शामिल होने की उनकी उम्मीदों पर भी पानी फिर रहा है।
छात्र हरिशंकर जी का कहना है ”2023 में की डीएलएड का अभी वर्तमान में सेकंड सेमेस्टर ही हो पाया, जिससे हम छात्र छात्राओं का भविष्य अप्रत्याशित गर्त में हैं ”
छात्रों ने पीएनपी से जल्द से जल्द परिणाम जारी करने और देरी का कारण स्पष्ट करने की मांग की है। उनका कहना है कि पीएनपी को छात्रों के भविष्य की चिंता करनी चाहिए और उनकी परेशानी को समझना चाहिए।