*इंडियन टीवी न्यूज़ चैनल से*
*ब्यूरो चीफ- लखन ठाकुर*
*कलयुगी माता पिता ने जीवंत अवस्था में कचरे के ढेर में फेंका नवजात. आधी रात में एन वक्त पर डायल 100 ने पहुंच कर बचाई मासूम की जान कराया जिला चिकित्सालय में भर्ती*
दमोह – यूं तो इश्क आज की युवा पीढ़ी के लिए इस कदर परवान चढ़ा है। कि लोग आशिकी की आबरू में आकर उन्हें पाल पोषकर बड़ा करने वाले माता पिता तक से मुंह मोड़ लेते है। साथ ही जब बात गर्भपात की आती है। तो शौक पूरे कर यूं ही सुनसान सड़कों पर नवजात बच्चों के शब पड़े मिल जाते है। आज भी इसी तरह इश्कबाजी के चलते माता पिता का शिकार नवजात जिसने अभी दुनिया भी नही देखी थी।
उसे यूं ही नवजात अवस्था में पन्नी में लपेट कर निर्दई माता पिता ने उसे यूं ही मरने के लिए फेक दिया। लेकिन वो कहते है। न की जाको राखे साइयां मार सके ना कोई… यही कविता चरितार्थ करते हुए दमोह शहर के सिटी नल क्षेत्र से एक मामला सामने आया है। जहां सिटी नल पर स्थित जैन मंदिर के समीप कचरे में एक नवजात जीवित अवस्था में मिला। जिसे डायल हंड्रेड स्टाफ ने तुरंत ही वाहन से ले जाकर अस्पताल में भर्ती कराया।
डायल हंड्रेड के पायलट शैलेन्द्र आदर्श, आरक्षक आकाश पाठक व कृष्ण कुमार की मदद से रात ढाई बजे अस्पताल में भर्ती कराए गए नवजात शिशु (लड़के) का इलाज डॉ रोहित जैन ने तुरंत ही शुरू किया। अभी तक यह पता नहीं लग सका है कि लाल कपड़े में लपेटकर उसे मरने के लिए फेकने वाला आरोपी आखिर है, कौन…? हालांकि पुलिस ने अपने स्तर से आरोपी तक पहुँचने के प्रयास शुरू कर दिए हैं।
हालाकि खबर के माध्यम से आरोपी के लिए यह भनक लग चुकी होगी कि उन्हीं बच्चे के लिए मरने के लिए छोड़ दिया था। लेकिन एन वक्त पर डायल 100 की टीम ने मसीहा के रूप से आकर नवजात की जान बचाई। जिनके नेक कार्य की जिले भर में सराहना की जा रही है। तो वहीं कलयुगी माता पिता के लिए लोगों के द्वारा तरह तरह की टीका टिप्पणी की जा रही है। हालाकि बच्चा अब स्वस्थ है और जिला चिकित्सालय स्टाफ की निगरानी में बच्चे की देखभाल की जा रही है।
*ब्यूरो चीफ- लखन ठाकुर जिला दमोह मध्य प्रदेश*दमोह