लोकेशन खिलचीपुर
रिपोर्टर अर्जुन दांगी
खिलचीपुर, 28 जुलाई 2025:
मध्य प्रदेश के राजगढ़ ज़िले में किशोरों की शिक्षा और जीवन कौशल को सशक्त बनाने के लिए गर्ल राइजिंग और चाइल्ड इन नीड इंस्टीट्यूट (CINI) की साझेदारी में आयोजित RISE शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आज सफलतापूर्वक पहले दिवस का समापन हुआ। कार्यक्रम के दूसरे चरण में खिलचीपुर और जीरापुर नगरों में 28 से 30 जुलाई तक तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें 35 से अधिक शिक्षकों ने भाग लिया।
आज के सत्र में जिला खंड अधिकारी एवं विकासखंड साक्षरता समन्वयक श्री सुरेश कुमार दांगी की गरिमामयी उपस्थिति में विशेष रूप से स्कूलों को 10 लैपटॉप वितरित किए गए। ये लैपटॉप शिक्षकों की कक्षा शिक्षण क्षमताओं को डिजिटल रूप से सुदृढ़ करने और छात्रों के साथ अधिक प्रभावी रूप से जुड़ाव सुनिश्चित करने के उद्देश्य से प्रदान किए गए हैं।
इस प्रशिक्षण में सामाजिक-भावनात्मक शिक्षा, लैंगिक समानता 21वीं सदी के जीवन कौशल जैसे डिजिटल साक्षरता, वित्तीय साक्षरता, जलवायु परिवर्तन जागरूकता और नेतृत्व विकास जैसे विषयों पर शिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया। यह पहल गर्ल राइजिंग के RISE पाठ्यक्रम के पूर्ण क्रियान्वयन की दिशा में एक ठोस कदम है।
कार्यक्रम में बोलते हुए खंड शिक्षा अधिकारी खिलचीपुर श्री चुन्नी लाल दांगी ने कहा, “राजगढ़ ज़िले के स्कूलों में छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए RISE जैसी परियोजनाएं बेहद ज़रूरी हैं। यह न सिर्फ़ शिक्षकों के कौशल को मज़बूत बनाएगी, बल्कि छात्रों में सामाजिक-भावनात्मक समझ, लैंगिक समानता की सोच और जीवन के ज़रूरी कौशलों को भी विकसित करेगी। ऐसे प्रयासों के ज़रिए ही हम अपने विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य की ओर ठोस कदम बढ़ा सकते हैं।”
गर्ल राइजिंग की प्रेसिडेंट श्रीमती निधि शुक्ला ने कहा, “यह कार्य केवल मजबूत सहयोग के माध्यम से ही संभव है। हमें गर्व है कि हम जिला शिक्षा कार्यालय और CINI के साथ मिलकर शिक्षकों को वो उपकरण और प्रशिक्षण प्रदान कर पा रहे हैं, जिनसे वे किशोरों के लिए एक सुरक्षित, प्रेरणादायक और समावेशी शिक्षण वातावरण बना सकें।”
इस अवसर पर विकासखंड साक्षरता समन्वयक जीरापुर श्रीं सुरेश कुमार दांगी ने कहा “खंड शिक्षा अधिकारी की बात को आगे बढ़ाते हुए मैं यह कहना चाहता/चाहती हूँ कि RISE कार्यक्रम में आज शामिल होकर मुझे बहुत ख़ुशी हुई। ‘वाडली’ की कहानी देखकर मैं और सभी शिक्षक भावुक हो गए — उन बच्चों के प्रति हमारी भावनाएं जागृत हुईं जो कठिन परिस्थितियों से आते हैं। जैसी कहानी में दिखाया गया, हमारा भी प्रयास होना चाहिए कि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे। आज हमने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) और RISE कार्यक्रम के बीच की गहरी समानता पर चर्चा की — दोनों ही हमारे छात्रों के समग्र विकास पर बल देते हैं, जिसमें सामाजिक-भावनात्मक शिक्षण, लैंगिक समानता, और डिजिटल, वित्तीय साक्षरता व जलवायु शिक्षा जैसे 21वीं सदी के ज़रूरी कौशल शामिल हैं। मेरी आशा है कि यह कार्यक्रम पूरे प्रदेश में आगे बढ़े और अधिक से अधिक बच्चों तक पहुँचे।”
कार्यक्रम की सफलता में कई महत्वपूर्ण भागीदारों की सक्रिय भूमिका रही। गर्ल राइजिंग की वरिष्ठ टीम की उपस्थिति भी रही, जिनमें इंडिया प्रोग्राम मैनेजर अपूर्वा वुरिटी और ज़िला समन्वयक विशाखा व्यास , स्मृति कौल एवं CINI संस्था से वरिष्ठ प्रोग्राम मैनेजर डॉ. संतवना अधिकारी, प्रोग्राम ऑफिसर सुतापा डे, जिला समन्वयक प्रवीण शर्मा (झाड़महू) ब्यावरा ब्लाक कोर्डिनेटर वंदना हाडा, दिलीप रजक, ओ.आर.डब्लू सुनील शर्मा,सौरभ यादव, श्याम शर्मा, गिरवर जी,पंकज शर्मा शामिल थे । सभी ने मिलकर इस कार्यक्रम को नेतृत्व प्रदान किया और शिक्षकों को प्रेरित किया। राजगढ़ और बियोरा में भी इसी तरह की एक-एक प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की गई। सभी प्रशिक्षित शिक्षक, कुल 107, अगस्त में कक्षाओं में RISE पाठ्यक्रम लागू करना शुरू करेंगे और दो वर्षों में कुल 6000 किशोरों तक पहुँचेंगे।