पूर्व मंत्री धर्मसौत के भाई मंगत राम को सैकड़ों लोगों ने नम आँखों से दी अंतिम विदाई
अमलोह(अजय कुमार) 
पंजाब के पूर्व मंत्री साधु सिंह धर्मसौत के बड़े भाई मंगत राम (70) का आज राम बाग अमलोह में अंतिम संस्कार किया गया, जिसमें सैकड़ों धार्मिक, सामाजिक, राजनीतिक नेताओं, कार्यकर्ताओं, पंचों, सरपंचों और गणमान्य लोगों ने भाग लिया और परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। उनके पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार उनके पुत्रों बिक्रमजीत घोला, गुरप्रीत सिंह और बब्बी धर्मसौत ने किया। इस मौके पर पूर्व मंत्री रणदीप सिंह नाभा के भाई जसदीप सिंह नीकू, महंत हरविंदर खनौरा, शिरोमणि पत्रकार भूषण सूद, जगजीत सिंह दुल्लाड़ी, सेठ हरी कृष्ण, कुलविंदर सिंह सुखेवाल, पूर्व प्रधान गुरबख्शीस सिंह, बलदेव सेढ़ा, पार्षद अशोक बिट्टू, बलविंदर सिंह ढिगी, विवेक सिंगला, परमजीत सिंह कल्लरमाजरी, जिला योजना बोर्ड के पूर्व चेयरमैन हरिंदर सिंह भांबरी, डॉ. स्वतंत्र कारकड़ा, डॉ. जोगिंदर सिंह मैनी, डा. अमरवीर सिंह, रिटा. निदेशक रोशन सूद, गुरुद्वारा साहिब की सुपर कमेटी के सदस्य दर्शन सिंह चीमा, अमलोह काउंसिल के अध्यक्ष सिकंदर सिंह गोगी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष विक्की मित्तल, शिव कुमार गर्ग, रमेश कुमार गुप्ता, भाजपा मंडल अध्यक्ष डॉ. हरप्रीत सिंह, पार्षद राकेश शाही, हैप्पी सेढ़ा, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष जगवीर सिंह सलाणा, एडवोकेट यादविंदर सिंह, रिटा. इस मौके पर तहसीलदार जसपाल सिंह, कुलभूषण शर्मा, आरती एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष जगविंदर सिंह रहल, समाज सेवी डॉ. रघबीर शकला, परगट सिंह अनियां, रिटा. मैनेजर भूषण शर्मा, पूर्व चेयरमैन राजिंदर बिट्टू, चुन्नी लाल भादसो, जग्गा राम, हेमंत पंजनी, अमनदीप सिंह लवली, पीए सुभाष शाही, कुलदीप सिंह पलिया, राकेश गोगी, पूर्व सरपंच बलविंदर सिंह बबला, हरदेव सिंह अगेती, चौधरी विजय कुमार, गुरप्रीत सिंह थूही, मनजिंदर सिंह जिंद्री, इंद्रजीत सिंह चीकू, शशि जिंदल, हरपाल सिंह बिनाहेड़ी, स्वर्ण सिंह रामगढ़, गुरचरण सिंह दुल्लडी, चरणजीत बातिश, भीम सिंह बनेड़ा, आया सिंह बनेड़ा, संतोख सिंह, कुलवीर सिंह गदाइयां, सहजबीर सिंह, नितन गुप्ता, यादविंदर सोजा, जगमेल सिंह, पंजाबी लेखक मास्टर अजीत सिंह खन्ना, बलवीर सिंह मिंटू, जरनैल सिंह अकालगढ़, राकेश सेढ़ा और सिंगारा सिंह रूड़की आदि मौजूद थे।
फोटो कैप्शन: मंगत राम की फाइल फोटो।
फोटो कैप्शन: पूर्व मंत्री साधु सिंह धर्मसौत और अन्य लोग अंतिम संस्कार से पहले मृतक को श्रद्धांजलि देते हुए।