शामली/झिंझाना/मंगलोरा/बिडोली
यमुना नदी मर रही है… और शामली का प्रशासन सो रहा है!
रेत माफिया नाच रहे हैं… और अधिकारी लाभ उठा रहे हैं!
एनजीटी के नियमों को कूड़ेदान में फेंककर, यमुना के सीने पर जेसीबी ऐसे चल रही है जैसे माफिया ने नदी को अपनी बापू की जागीर समझ रखा हो!
🌋जागो प्रशासन, जागो सरकार — यमुना लहूलुहान है!
बिडोली से लेकर मंगलोरा और जिजोला तक रेत माफिया ने ऐसा साम्राज्य खड़ा कर दिया है कि रात में यमुना किनारे ऐसा लगता है जैसे नदी किनारे नहीं, माफिया का कंस्ट्रक्शन साइट चल रहा हो!
जेसीबी की दहाड़, ट्रकों की गड़गड़ाहट, गुर्गों की गालियां और प्रशासन की खामोशी — ये शामली की कड़वी सच्चाई है।
—
💣खनन विभाग का ‘अंधापन’ या ‘मिलीभगत’?
खनन विभाग कह रहा है — “हमें पता ही नहीं…”
माफिया कह रहा है — “पकड़ सको तो पकड़ लो…”
और यमुना कह रही है — “मुझे बचा लो…”
खबरें अखबारों में छपीं तो विभाग जागा…
पर वो जागना भी ऐसा था जैसे कोई नींद से उठकर उल्टा करवट बदलकर फिर सो जाए!
—
🚨जिजोला कांड: माफिया प्रमाल उर्फ ‘प्रमाल माफिया’ की रंगे हाथों पोल खुली!
जिजोला में प्रमाल और उसका गैंग बिना परमिशन के रेत का पहाड़ खड़ा कर चुके थे।
लेकिन जैसे ही वीडियो वायरल हुआ — प्रमाल के पैर कांप गए!
रातों-रात स्टॉक हटाने का प्लान:
जेसीबी बुलाया
ट्रक बुलाए
गुर्गे भेजे
धमकियां दी
लेकिन ग्रामीणों ने रिकॉर्ड कर लिया पूरा खेल।
जेसीबी रेत समेट रही है…
ट्रक भाग रहे हैं…
और प्रमाल चिल्ला रहा है —
“जल्दी करो… वरना पकड़े जाएँगे!”
दो ट्रक रेत भरकर चंपत हो गए, पर बाकी स्टॉक वहीं पड़ा मुस्कुरा रहा है —
“लो प्रशासन, अब आकर ले जाओ सबूत!”
—
⚠️मंगरोला में यमुना का कत्लेआम – मशीनें घुसाई नदी में!
मंगरोला में यमुना का सीना ऐसा छलनी किया जा रहा है जैसे कोई भूखा शिकारी शिकार चीर रहा हो।
एनजीटी का नियम:
👉 नदी में मशीन बैन!
माफिया का नियम:
👉 “बैन-वैन सब चलता है… अधिकारी हमारे दोस्त हैं!”
—
💰सरकार को करोड़ों का नुकसान — अफसरों की जेब में करोड़ों का ‘चमकता लड्डू’!
सरकारी खजाना रो रहा है…
पर माफिया के बैंक अकाउंट गा रहे हैं:
“हम भी क्या याद रखेंगे… शामली ने कैसे कमाई कराई!”
—
🌱पर्यावर