
समिति प्रबंधक पर ईओडब्ल्यू का शिकंजा
दो करोड़ का निकला आसामी, निरीक्षक मोहित सक्सेना की अगुआई में हुई कार्यवाही
सतना। पीडीएस वितरण कार्य एवम किसानों को रासायनिक उर्वरक उपलब्ध कराने का काम करने वाले समिति प्रबंधक ने अपने कुछ वर्षों के कार्यकाल में ही करोड़ो डकार लिए । आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में एक शिकायत लोकायुक्त की आर्थिक अपराध को मिली थी जिसकी पुष्टि के बाद मंगलवार को एसपी ईओडब्ल्यू वीरेंद्र जैन के निर्देश पर सतना में एक समिति प्रबंधक के घर छापामार कार्यवाही निरीक्षक मोहित सक्सेना की अगुआई में की गई है । जांच पड़ताल के दौरान समिति प्रबंधक करोड़ो का आसामी निकला है ।
आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने की 6 माह पुरानी एक शिकायत पर कार्यवाही करते हुए रीवा ईओडब्ल्यू ने जिले के सितपुरा गांव की सहकारी समिति के प्रबंधक राजमणि मिश्रा के घर सहित अन्य ठिकानों पर छापा मारा है. एक साथ चार अलग स्थानों पर दबिश देकर आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ यानी ईओडब्ल्यू रीवा की टीम ने अपनी जांच शुरू की है। शुरुआत में करीब दो करोड़ की संपत्ति उजागर हुई है। यह आंकड़ा अभी और बढ़ने के आसार हैं। एक जानकारी के मुताबिक नए वर्ष 2021 में प्रदेश में ईओडब्ल्यू की यह पहली बड़ी कार्रवाई है जो रीवा टीम द्वारा सतना में की गई है। कार्यवाही में राजपत्रित अधिकारी उचेहरा के महिला बाल विकास परियोजना अधिकारी रविकांत शर्मा एवं शासकीय आयुर्वेद चिकित्सालय रीवा के चिकित्सक उमेश ताम्रकार विशेष तौर से शामिल रहे।
6 माह पूर्व की है शिकायत
जानकारी के मुताबिक करीब 6 महीने पहले राजमणि मिश्रा (55) पिता राम सजीवन मिश्रा निवासी सितपुरा थाना नागौद जिला सतना के विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने की शिकायत विभाग को मिली थी। इसकी गोपनीय जांच कराए जाने के बाद 23 फरवरी मंगलवार को छापा मारा गया। हासिल जानकारी के मुताबिक ईओडब्ल्यू रीवा की टीम ने सुबह कोलगवां थाना क्षेत्र अंतर्गत सिंधी कैंप सहित सितपुरा स्थित 3 भवनों पर छापा मारा। टीम को चार भवन 16 एकड़ जमीन के अलावा सतना नागौद गुनौर पन्ना में आवासीय प्लाट संबंधित दस्तावेज मोटरसाइकिल ट्रैक्टर ट्रॉली 2 लाख 85 हजार रुपए नगद एवं जेवर सहित कई बैंक खाते मिले हैं।
तकरीबन दो करोड़ की संपत्ति उजागर
बरामद सभी चल अचल संपत्ति की विधिवत जांच कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि आरंभिक कार्यवाही में करीब दो करोड़ की संपत्ति उजागर हो चुकी है जबकि समिति प्रबंधक राजमणि मिश्रा के वेतन का आकलन करने पर पता चलता है कि उनके अब तक के सेवाकाल का कुल वेतन लगभग 12 लाख रुपए होता है। ऐसे में आय से अधिक संपत्ति मिलने पर समिति प्रबंधक राजमणि मिश्रा के खिलाफ आईपीसी की धारा 120 बी सहित भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है ।
सतना से ब्यूरो चीफ महेंद्र गौतम की रिपोर्ट
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