जिला-सिवनी ब्यूरो चीफ
अनिल दिनेशवर
@ सिवनी पुलिस की बर्बरता
आदिवासी प्रियंका उइके अपनी मांगो को लेकर 6 दिन से आमरण अनशन पर बैठी है आंदोलन को कुचलने के लिए रात में टेंट तोड़ा गया ।
वर्तमान सत्ता पोषित दबंगई गुण्डा मवालिये रवैया से परिपूर्ण गुनाहगारों ने कानून को तुक्षता करार देकर दो माह होने जा रहें हैं घटना को अंजाम दिये इसके बावजूद भी शौषित पीड़ित महिला प्रियंका उइके पिता दुअन्नी लाल न्याय की गुहार लगाते लगाते यहां तक कि 20 जुलाई से अमरण धरने पर भी बैठे हुई हैं फिर भी पुलिस प्रशासन समय रहते न्याय दैने वा दोषियों पर कार्यवाही करने से नकामयाब होते दिख रहीं है जो कि स्पष्ट रूप से आदिवासी विरोधी नीति को दर्शाता हैं
भेदभाव में निपुण शासन प्रशासन की न्याय संगत अनसुनी के चलते मजबूरन समस्त आदिवासी संगठन वा गोंगपा उग्र अंदोलन कर तत्काल दोषियों के खिलाफ दण्डात्मक कार्यवाही करवाने ओर अतिशीघ्र उचित न्याय पाने हेतु अडिग रहेंगा