स्वस्थ शरीर के लिए योगा बहुत ही लाभदायक होता है। यह शरीर को कई तरह की बीमारियों से दूर रखने में मदद करता है परंतु आजकल के खराब लाइफस्टाइल के कारण लोगों में आलस हो गया है जिसके कारण बहुत से लोगों ने योगा से दूरी बना ली है। योगा में ऐसी कई मुद्राएं हैं जिन्हें रुटीन में करने से आपको कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं। ऐसी ही एक मुद्रा है सूर्य मुद्रा। सूर्य मुद्रा को रुटीन में करने से कई सारी बीमारियां दूर रहती हैं तो चलिए जानते हैं इनके बारे में…
सूर्य मुद्रा करने का तरीका
सबसे पहले आप जमीन पर बैठ जाएं। जमीन पर बैठकर सूर्य मुद्रा को करना फायदेमंद माना जाता है। इसके बाद अनामिक अंगुली को अपने अंगूठे पर रखकर बाकी सारी अंगुलियां खोल लें। इस दौरान आप सुखासन में बैठें। अपने दोनों हाथों को घुटनों के ऊपर रख लें। इस मुद्रा में बैठने से आपको वात और पित्त की समस्या से भी आराम मिलेगा। यह आपके शरीर के सारे तत्वों को भी बैलेंस करके आपको स्वस्थ रखने में भी सहायता करती है।
सूर्य मुद्रा के फायदे
कंट्रोल रहेगी डायबिटीज
सूर्य मुद्रा को करने से आपकी पैनक्रियाज एक्टिव होती है। इसके अलावा सूर्य मुद्रा को नियमित करने से मेटाबॉल्जिम का स्तर भी नियंत्रित रहता है जिससे आपके मोटापे का स्तर कम होता है। इससे आपके शरीर में बड़ा हुआ शुगर का स्तर भी कंट्रोल रहता है। परंतु यदि आपको डायबिटीज की समस्या ज्यादा है तो आप डॉक्टर की सलाह लेकर ही सूर्य मुद्रा करें।
सही रहेगा शरीर का तापमान
सूर्य नमस्कार के साथ सूर्य मुद्रा करने से आपके शरीर के तापमान का स्तर भी अच्छा रहता है। इसके अलावा सर्दियों में सूर्य मुद्रा से सर्दी में कंपकंपाने की समस्या से भी आपको राहत मिलेगी। इसके अलावा यदि आपको पसीना कम आता है तो भी आप सूर्य मुद्रा को अपनी रुटीन में शामिल कर सकते हैं।
तनाव होता है दूर
सुर्य मुद्रा से मस्तिष्क की ऊर्जा भी बढ़ती है और शरीर में तापमान का स्तर भी सही रहता है। इससे एंटीऑक्सीडेंट्स बनने की प्रक्रिया तेज होती है। इसके अलावा सूर्य मुद्रा से तनाव भी कम होता है और आपकी क्षमता मजबूत होती है।
सूर्य मुद्रा के फायदे
. रोग प्रतिरोधक क्षमता होती है मजबूत।
. कब्ज की समस्या भी करे दूर ।
. सर्दियों में जोड़ों के दर्द, गले में दर्द और रुखी त्वचा की समस्या से भी मिलती है राहत
.फ्लू होने पर आप सूर्य मुद्रा के साथ समस्या से राहत पा सकते हैं।