इंदपुरा कुलदेवी का हुआ अपमान, श्रद्धालुओं व ग्रामीणों में आक्रोश, धार्मिक भावनाएं हुई आहत।
ठिकाना गंगाबाग राजगढ़ महन्त प्रकाश दास महाराज ने मौके पर पहुंचकर पुलिस प्रशासन को दी सूचना
रैणी अलवर
अशोक कुमार
रैणी राजगढ़ 27 दिसंबर। राजस्थान प्रदेश में मंदिर और मंदिर में स्थापित मूर्तियों के साथ लगातार उन्हें खंडित करने और चोरी करने की वारदातों का सिलसिला जारी है। ऐसा ही एक मामला राजगढ़ थाना अंतर्गत ग्राम इंदपुरा की कुलदेवी घाटा वाली माता मंदिर में घटित हुआ है। जहां रियासत कालीन स्वअवतरित माता की पिंडी को अज्ञात चोर उखाड़ ले गये। और वहां सीमेंट से बनाई गई पिंडी को रख गये। हर वर्ष बैशाख की अष्ठमी को लक्खी मेला भरता है। जहाँ दूर-दराज से श्रद्धालु व साधु सन्त आते है।मंदिर के रखरखाव व पूजा की जिम्मेदारी संभालने वाले पुजारी पन्नालाल मीणा व आसपास क्षेत्र के ग्रामीणों ने जब मंदिर में निर्माण कार्य के चलते वहां जाकर देखा तो मौके पर रियासत कालीन स्वअवतरित घाटा वाली माता की पिंडी गायब थी उसकी जगह एक सीमेंट से बना हुई पिंडी रखी हुई थी।
ग्रामीणों का कहना है कि यह माता की पिंडी रियासत कालीन है जो बहुत बेशकीमती व चमत्कारी है। माता की पिंडी गायब होने के बाद से श्रद्धालुओं में आक्रोश है, उनकी धार्मिक भावनाएं आहत हुई है। इस घटना की सूचना ग्राम वासियों द्वारा ठिकाना गंगाबाग राजगढ़ महंत प्रकाश दास महाराज को दी गई । महंत मौके पर पहुंचे और वहां मंदिर की स्थिति का जायजा लिया। उपस्थित ग्रामीणों व पुजारी से घटना का विवरण लेने के बाद मोबाइल पर पुलिस प्रशासन को सूचना दी गई । कुलदेवी घाटा वाली माता की पिंडी के चोरी होने से श्रद्धालुओं में बड़ा आक्रोश है और लगातार मंदिरों को निशाना बनाने वाले लोगों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही है।
इस दौरान पुजारी पन्नालाल मीणा, भजेड़ा सरपंच सीमा मीणा, छोटेलाल मीणा, सांवली मीणा, सन्त गोपाली, भगवान सहाय सैनी धमरेड, कैलाश सोनी धमरेड, मुकेश शर्मा नया गांव बोलका, रामखिलाड़ी मीणा काली पहाड़ी, रविन्द्र मीणा, खुशीराम मीणा, रामसिंह महावर गोविंदपुरा, राजपाल मीणा, मांगेलाल, जितेन्द्र मीणा, अमलेश मीणा, रोहिताश्व मीणा, मुकेश मीणा उपस्थित रहे।