
टैंक मरम्मत और नहर मरम्मत के नाम निकाली लाखों रुपए
बगैर कार्य कराये चहेते सप्लायरों को किया लाखों रुपए का भुगतान
डिंडौरी। इन दिनों जल संसाधन विभाग में जलाशय एवं नहर मरम्मत के नाम पर बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े कर सरकारी धन का बंदरबांट किया जा रहा है, मेहंदवानी जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत खरगवारा स्थित कुकर्रा जलाशय से 585 हेक्टेयर कृषि भूमि सिंचाई करने का लक्ष्य है, किन्तु निर्माण के 12 वर्षों बाद भी किसानों की खेत तक सिंचाई हेतु पानी नही पहुंची हैं,लेकिन प्रतिवर्ष मरम्मत और संरक्षण हेतु स्वीकृत राशि की मलाई उपयंत्री और एसडीओ के जेब में समा रहा है। कुकर्रा जलाशय से भले ही किसानों के खेत सिंचित नही हो रही हैं लेकिन जल संसाधन विभाग के जिम्मेदार मोटी कमाई कर मालामाल हो रहें हैं। कुकर्रा जलाशय के जीर्णशीर्ण हालात को लेकर कुछ दिन पहले अखबार में प्रमुखता से समाचार प्रकाशित कर प्रशासन को आगाह किया गया था कि किसानो को सिचाईं का लाभ नहीं मिल रहा है, नहर क्षति ग्रस्त होने से किसानों को नुकसान हो रहा है,जब पड़ताल की गई तो फर्जीवाड़े का खेल सामने आया है।
चहेते फर्मो को किया फर्जी भुगतान
इंसान अनाज खाकर ही गुजर बसर करते हैं, लेकिन ग्रामीणों की माने तो जल संसाधन विभाग के अधिकारी सरकारी पैसा डकार रहें हैं, ग्रामीण राजेन्द्र सैयाम ने बताया कि नहर और टैंक मरम्मत में कोई कार्य नही कराया गया है,जबकि मुरुम,मिट्टी,और अन्य सामग्री के नाम पर सप्लायरों को फर्जी तरीके से भुगतान किया गया है,कैनाल मरम्मत कुकर्रा के नाम पर यादव ट्रेडर्स सुखदेव को दिनाँक 31/05/2022 को 54002 रु मिट्टी परिवहन के नाम पर भुगतान किया गया है, वही 08/10/2022 को मिट्टी परिवहन के नाम पर 94966 रु का भुगतान किया गया है,कैनाल मरम्मत खरगवारा के नाम पर फर्म मनोज कुमार श्याम कंस्ट्रक्शन को दिनांक 05/04/22 को 69066 रु,मिट्टी परिवहन के नाम पर 105757 रु,यादव ट्रेडर्स को मिट्टी परिवहन के नाम पर 69907 रु का भुगतान किया गया है। इसी तरह जलाशय मरम्मत का कोई कार्य नही कराया गया है,जबकि मनोज कुमार श्याम कंस्ट्रक्शन को मिट्टी परिवहन के नाम पर क्रमशः दिनाँक 02/11/21 को 71224 रु,02/04/22 को 60432 रु,06/04/2022 को 77999 रु एवं यादव ट्रेडर्स को मिट्टी परिवहन के नाम पर 116549 रु का भुगतान फर्जी तरीके से किया गया है, उक्त कार्यो का न मौके पर पता है ना कार्य कराने की जानकारी ग्रामीणों को भी नही है।
तत्कालीन प्रभारी कार्यपालन यंत्री ने किया बंदरबांट
जल संसाधन विभाग के तत्तकालीन प्रभारी कार्यपालन यंत्री वंशगोपाल सांड्या को विगत दिनों डिंडौरी दौरे पर अचानक पहुँचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने मौके पर ही निलंबित कर दिया था,भले ही ईई निलंबित हो गए हैं लेकिन उनकी काले कारनामे धीरे धीरे सामने आ रहा है। सूत्रों की माने तो ईई सांड्या के कार्यकाल में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े का खेल खेला गया है,उपयंत्री डीपी तिवारी और कार्यपालन यंत्री वंशगोपाल सांड्या,एसडीओ रोहतास के जिम्मे कराये गए कार्यो का भौतिक सत्यापन कराने पर करोड़ो रूपये का भ्रष्टाचार उजागर हो सकता हैं।
इनका कहना है, जल संसाधन विभाग के द्वारा नहर और जलाशय में किसी भी तरह से मरम्मत कार्य नही कराया गया है, मस्टररोल के तहत मजदूरों ने सिर्फ घास सफाई का कार्य किया है, मिट्टी मुरुम जैसे कोई सामग्री का उपयोग नही किया गया है, जलाशय से किसानों को सिंचाई का कोई लाभ नही मिल रहा। राजेंद्र सैयाम, ग्रामीण, खरगवारा मुझे अभी कार्यभार संभाले 15 दिन हुए हैं, आपके माध्यम से जानकारी मिली है,मामले को दिखवाते हैं।
अमरदीप त्रिपाठी, ईई जल संसाधन विभाग