रिपोर्टर पं तरुण जोशी
जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव का अंतिम संस्कार शनिवार को उनके पैतृक ग्राम आंखमऊ में किया जाएगा
देश की राजनीति के लिए एक भारी क्षति शरद यादव के निधन के बाद कोई है शरद यादव जी का लगाओ नर्मदा पुरम से भी रहा है नर्मदा पुरम के माखन नगर बाबई तहसील के आने वाले ग्राम आंखमऊ में उनका पैतृक मकान है बचपन की शुरुआत एवं प्राथमिक शिक्षा उन्होंने आंखमऊ में ही की शोक की लहर के बाद आज आंखमऊ में शांति छाई हुई है। वही अंतिम संस्कार कल सुबह आंख मऊ में उनके निज निवास पर होगा।
वही शरद यादव के भाई एसपीएस यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि उनका बचपन से काफी लगाव आंखमऊ में रहा है हर साल नर्मदा पुरम के आंखमऊ में आते थे और लोगों से मिलते थे गांव के लोगों से भी उनका काफी गहरा लगाव रहा है वही उनका अंतिम संस्कार पास के ही बगीचे में वह जब भी आंखमऊ आते थे यहां पर सुकून के पल गुजारते थे। इसको लेकर अब पूरी तैयारियां परिजनों द्वारा एवं स्थानीय लोगों द्वारा की जा रही है।
जनता दल के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव का देर रात गुरुवार को दिल्ली में निधन हो गया। जानकारी के अनुसार शरद यादव की अंत्येष्टि नर्मदापुरम के माखन नगर के पास स्थित ग्रह ग्राम आंखमऊ में की जा सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एवं मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित बड़े तमाम नेताओं ने भी उनके निधन पर शोक जताया है।
शरद यादव की अचानक निधन की खबर आने से पूरे जिले में शोक की लहर छा गई। यादव जन्म 1 जुलाई 1947 को नर्मदापुरम जिले की बाबई(माखन नगर) तहसील स्थित ग्राम आंखमऊ में हुआ था । उनकी जीवन संगिनी डॉक्टर रेखा यादव है । उनकी प्राथमिक शिक्षा के बाद वह जबलपुर में शिक्षा पूरी करने के बाद राजनीति में वह सक्रिय रहे।
शरद यादव के निधन की खबर से पूरे नर्मदापुरम में शोक की लहर दौड़ गई जैसे ही सोशल मीडिया पर यह जानकारी लगी तो अनेक संगठनों सभी दलों के नेताओं ने शोक व्यक्त किया है। इसे पूरे नर्मदाअंचल के लिए अपूरणीय क्षति भी बताया जा रहा है। उनका अपने पैतृक गांव में काफी जुड़ाव रहा है। समाजवादी नेता और लोहिया की विचारधारा को आगे बढ़ाने वाले शरद यादव पहली बार मध्यप्रदेश के जबलपुर से चुनाव जीता था इसके बाद में बिहार और यूपी के से भी चुनाव जीते हैं।