शिवमहापुराण की कथा प्रवचन ख्याति प्राप्त कथा वाचक प्रदीप मिश्रा ने अति प्राचीन कोटेश्वर महादेव धाम में स्व शिवकुमारसिंह सिसोदिया एवं स्व ओमप्रकाश पांडे की स्मृति में शरदसिंह सिसोदिया परिवार द्वार आयोजित की जा रही पंचपुष्प शिवमहापुराण कथा के तीसरे दिन रविवार को व्यक्त की कथा के तीसरे दिन बताया शमी का महत्व शमी जिसमें कांटे लगे है उसको लोग खेजड़ी भी कहते है। शमी का जो फूल होता है वह गुलाबी कलर का होता है। शमी के वृक्ष को प्रणाम कर भगवान राम ने लंका पर चढ़ाई कर विजय प्राप्त की थी। स्वर्ण की कीमत से पूर्ण हो एक शमी का पत्ता होता है। विजयादशमी के दिन शमी का पत्ता लोगों को दिया जाता है। इस दिन शमी के पत्ते के साथ शस्त्रों की पुजा करने से संपदा की कमी नही होतीे। पंचपुष्प कथा के तीसरे दिन शमी का पुष्प् का वर्णन सुनाया। प्रथम पारिजात, द्वतीय कनेर तथा तीसरा शमी का पुष्प है। एक-एक व्यक्ति की दो दो दुकाने है, घर के सब लोग काम करते है, सभी भागदौड़ कर रहे इंसान की फरमाईश पूरी होगी दूसरी आ जाएगी।जितना तू दे मेरे भाग्य का देना वही करोड़ों की दौलत हो जाए। जन्म से और खूब व्यापार बढ़ाया, जमीन बढ़ा ली, मकान बड़ा लिया दुनिया का सामान बढ़ा लिया लेकिन यदि जीवन में भजन नही किया भक्ति नही तो उद्धार संभव नही। यदि श्रद्धा और विश्वास के साथ भक्ति में रम गए तो जीवन सार्थक हो जायेगा। लाख योनि में जम्न लेगं तेा सब कुछ मिलेगा पर हर जन्म शिवमहापुराण कथा की नही मिलेगी। मनुष्य की देह के लिए यह कथाहै। जब जिसने अभिलाषा करी वो दुखी है और जिसने नही की वो सुखी होता है। शरीर के रोग को औषणियणें से मिटाया जा सकहा है किंतु मन का जो रोग है उसको मिटाने के लिए कोई दूसारी औषधी नही है। केवल एक औषधी है धर्म ध्यान शिवमहापुराण कथा सुनने की। पने जीवन में उतार लो। शरीर में बामारी हो तो उसका इलाज भी संभव है। कथा के तीसरे दिन निजी विद्यालय संघ के संचालकगण, प्रशासनिक अमला आदि ने मंच पर प्रदीप मिश्रा से आशीष प्राप्त किया। कथा के दौरान आयोजक सिसोदिया परिवार ने परिसर में भ्रमण कर उपस्थित जनसमुदाय का अभिवादन किया। तीसरे दिन भी जमीन पर बैठकर कथा श्रवण की। कथा के पश्चात राज्यमंत्री राजेश अग्रवाल, पूर्व विधायक बालमुकुंदसिंह गौतम, मनोजसिंह गौतम, कमलसिंह पटेल, अमित जैन विक्की,मनीष बोकड़िया, आदि ने आरती में लाभ लिया। इससे पूर्व शनिवार को तहसील के विभिन्न मंदिरों के पूजारियों का सम्मान किया गया। मीडिया प्रभारी गोवर्धनसिंह डोडिया ने बताया कि आस्था टीवी पर 8 लाख, पंडित मिश्रा के यू टयूब चैनल लाईव पर 4 लाख, आस्था लाईव 2 लाख श्रद्धालू कथा श्रवण का लाभ ले रहे है। इस प्रकार तकरीबन 15 लाख वर्चुअल कथा का लाभ ले रहे है। आठ दूरबीन से नजर रख रहे है, सीसीटीवी कैमरे और प्रशासन के साथ सेवाभावी कार्यकर्ता के माध्यम से आने वाले श्रद्धालूओं के बीच अपनी सेवा प्रदान कर रहे हैं। कथा पांडाल 11 हजार 350 वर्ग फीट का बढ़ाया गया। अब पांडाल में बैठने की क्षमता डेढ़ लाख हो गई। पांडाल बढ़ाने के बाद भी कई श्रद्धालूओं ने तपती धूप में खड़े रहकर कथा श्रवण की।
दौलतराम पाटीदार इंडियन टीवी न्यूज़ ब्यूरो प्रमुख जिला रतलाम मध्यप्रदेश