विकास राजा पत्रकार संवाददाता दिनारा
दिनारा कस्बे में दुकानों पर खुलेआम हो रहा रसोई गैस सिलेंडर का उपयोग, कार्रवाई नहीं
शहर में संचालित हो रहीं मिठाई व नास्ते की दुकानों और ठेलों पर रसोई गैस सिलेंडर का उपयोग किया जा रहा है। खास बात यह है की रसोई गैस के दुरुपयोग पर रोक लगाने के लिए स्थानीय प्रशासन और खाद्य विभाग द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। ऐसे में यहां चाय वालों की गुमठियों से लेकर बड़ी मिठाई की दुकानों पर भी व्यावसायिक गैस सिलेंडर की जगह, रसोई गैस सिलेंडर का उपयोग किया जा रहा है। हालांकि जिम्मेदारों का कहना है कि अगर कोई व्यक्ति घरेलू गैस सिलेंडरों का व्यापार में उपयोग कर रहा है तो यह नियम विरुद्ध है। नहीं होती कार्रवाई
शहर में खुले आम नियमों को ताक पर रखकर घर में उपयोग होने वाले गैस सिलेंडरों को दुकानदार और चाय नाश्ता ठेले और कई नाश्ता दुकान वाले अपने व्यापार के लिए उपयोग कर रहे हैं। कई ठेले वालों ने और दुकानदारों ने अपने नाम पर व्यावसायिक सिलेंडरों का रजिस्ट्रेशन तो करा रखा है। लेकिन ये सिलेंडर महंगा पड़ने की वजह से सब्सिडी वाले घरेलू सिलेंडरों का उपयोग वे खुलेआम अपनी दुकानों पर कर रहे हैं। सब्सिडी वाला सिलेंडर सस्ता होने की वजह से शहर के मुख्य चौराहे से लेकर घर घर तक कई दुकानदार और ठेले वालों के पास व्यावसायिक गैस सिलेंडरों का कनेक्शन नहीं होने से वे घरेलू गैस सिलेंडरों का खुलेआम उपयोग कर रहे हैं। जबकि व्यापार के लिए व्यावसायिक गैस सिलेंडर का उपयोग करना अनिवार्य है। लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। वहीं कई दुकानदार कार्रवाई से बचने के लिए सामने तो व्यावसायिक सिलेंडर रखते हैं। लेकिन अंदर वे भी घरेलू गैस सिलेंडरों का उपयोग किया जा रहा है। खास बात यह है कि इन सिलेंडरों का खुलेआम उपयोग होने के बाद भी खाद्य विभाग का इस ओर कोई ध्यान ही नहीं है। न ही इस पर कोई कार्रवाई की जा रही है। घरेलू गैस सिलेंडर का उपयोग करता ठेले वाला।
20 रुपए किलो तक सस्ता पड़ता है घरेलू गैस सिलेंडर
यूं तो व्यापारिक गैस सिलेंडर 19.400 किलो का होता है जो कि वर्तमान में 1556 रुपए का आता है। और घरेलू गैस सिलेंडर 14.400 किलो को होता है। वर्तमान यह सिलेंडर 882 रुपए का पड़ता है। ऐसे में व्यापारिक गैस सिलेंडर में गैस की कीमत घरेलू गैस सिलेंडर से लगभग 20 रुपए किलो सस्ती पड़ती है। वहीं सब्सिडी मिलने की दशा में यह गैस लगभग 50 रुपए किलो तक वर्तमान में सस्ती पड़ रही है। जिस वजह से ज्यादातर दुकानदार और नाश्ता ठेले वाले ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर में घरेलू गैस सिलेंडर का उपयोग कर रहे हैं। वहीं इसका उपयोग खुलेआम किया जा रहा है। व्यावसायिक गैस सिलेंडरों कहां किया यारा खुलेआम उपयोग
शहर में नाश्ते और मिठाई की के ठेले और दुकानें मिलाकर लगभग 200 से अधिक दुकानें होतीं हैं। जिसमें करीब 105 दुकानदारों द्वारा ही व्यावसायिक गैस सिलेंडरों का उपयोग किया जा रहा है। यादातर गुमटी ठेले और दुकानदार ही घरेलू गैस सिलेंडरों का उपयोग अपने व्यवसाय में कर रहे हैं।
नियम विरुद्घ है घरेलू गैस सिलेंडर का उपयोग
अगर कोई व्यक्ति व्यापार करने के लिए घरेलू गैस सिलेंडरों का उपयोग कर रहा है। तो यह नियम विरुद्घ है। मैं इसे दिखवाकर कार्रवाई करवाता हूं। शासन प्रशासन नहीं करता कोई कार्रवाई
जिन सिलेंडरों को घरों के किचन में होना चाहिए, उसे होटलों व चाय दुकानों व व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में धड़ल्ले के साथ खपाया जा रहा है। ऊंचे कमीशन के फेर में हो रही कालाबाजारी के लिए जहां उपभोक्ता परेशान हैं वहीं खाद्य विभाग के अफसर बेफिक्र नजर आ रहे हैं। जब से रसोई गैस सिलेंडर की राशनिंग की गई है उपभोक्ताओं की परेशानी कुछ ज्यादा ही बढ़ गई है।
