जितेन्द्र निगम छतरपुर
छतरपुर। छतरपुर वन परिक्षेत्र के अंतर्गत न्यायालय के स्थगन आदेश पर पदस्थ वनक्षेत्र पाल विनोद कुमार अवस्थी इस समय अपने ही विभाग के बड़े अधिकारियों पर भारी पड़ रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार विनोद कुमार अवस्थी का राज्य शासन द्वारा 6 जुलाई 2021 को रीवा जिले से छतरपुर जिले के लिए स्थानांतरण किया गया था परंतु जब इसकी जानकारी वन विभाग के मुख्य वन संरक्षक को लगी कि विनोद कुमार अवस्थी के खिलाफ लोकायुक्त में तीन जांचे चल रही हैं और छतरपुर जिले में पदस्थ करना उचित नहीं है तो उन्होंने इसका स्थानांतरण आदेश तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया। आदेश के विरुद्ध विनोद कुमार अवस्थी हाईकोर्ट जबलपुर में एक याचिका सिंगल बैंच में लगााई जहां उसे इस आदेश के विरुद्ध राहत नहीं मिली। फिर विनोद कुमार अवस्थी ने शासन के आदेश के विरुद्ध डबल बैंच में आदेश याचिका लगाई और डबल बैंच ने स्थानांतरण आदेश पर स्थगन आदेश दिया। उसके बाद छतरपुर वन रक्षक के द्वारा विनोद कुमार अवस्थी को बहाली करते हुए उन्हें उपस्थिति दर्ज कराई गई। न्यायालय के आदेश के पहले विनोद कुमार अवस्थी को कार्य में रुचि न लेने एवं बिना बताए अपने क्षेत्र से गायब होना और शासकीय कार्य में लापरवाही बरतने के कारण इनको निलंबित किया गया था। गौरतलब हो कि विनोद कुमार अवस्थी के खिलाफ लोकायुक्त में तीन जांचे चल रही हैं।जांच के प्रकरण क्रमांक हैं 527/2016, 05/2018, 06/2018 ये तीन प्रकरण लोकायुक्त में चलने के कारण इनका स्थानांतरण निरस्त किया गया था। उसी के बाद से विनोद कुमार अवस्थी के द्वारा न्यायालय से स्टे लेने के बाद से डटेहुए हैं ओर अपने अधिकारियों को परेशान कर रहे हैं। जिसकी शिकायत भी मप्र के मुख्यमंत्री और प्रदेश के मुख्य सचिव के अलावा वन विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री जेएन कंसोटिया से की गईग् है। विनोद अवस्थी के द्वारा अपने अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना करना और वन क्षेत्र में अवैध कटाई कराने के भी गंभीर आरोप लगाए गए हैं। फिलहाल विनोद कुमार अवस्थी अपने अधिकारियों के लिए सिरदर्द बने हुए हैं और एक बाबा की शरण में डेरा डाले हुए हैं। जितेन्द्र निगम व्यूरो इन्डियन टीवी न्यूज़ छतरपुर